कोयला खदान भविष्य निधि संगठनः ‘सुनिधि’ परियोजना शुरू, सभी 23 कार्यालयों को जोड़ा
By भाषा | Published: October 3, 2020 03:51 PM2020-10-03T15:51:47+5:302020-10-03T15:51:47+5:30
डिजिटल व्यवस्था की शुरुआत करते हुये भारत कोकिंग कोल लि. (बीसीसीएल) के तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के भविष्य निधि और पेंशन बकाये का निपटान किया गया। ऑनलाइन कार्यक्रम में कोयला सचिव अनिल कुमार जैन और कोल इंडिया लि. के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल मौजूद थे।
नई दिल्लीः सरकार ने महत्वकांक्षी सूचना प्रौद्योगिकी परियोजना ‘सुनिधि’ शुरू किये जाने की घोषणा की। इस पहल का मकसद कोयला खदान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफओ) की भविष्य निधि और पेंशन से जुड़ी सभी गतिविधियों को डिजिटल रूप देना है।
सीएमपीएफओ कोयला मंत्रालय के अंतर्गत एक सांवधिक निकाय है जो कोयला खदान कर्मचारियों के लिये भविष्य निधि की विभिन्न योजनाओं, पेंशन और जमा संबंद्ध बीमा योजनाओं का प्रबंधन करता है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘महात्मा गांधी की 151 जयंती के शुभ अवसर पर सीएमपीएफओ ‘सुपीरियर न्यू-जनरेशन इंफॉर्मेशन एंड डेटा हैंडलिंग इनिशिएटिव (सुनिधि) योजना की शुरुआत कर रहा है।
यह कदम प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया अभियान के आह्वान के अनुरूप है।’’ इस नई डिजिटल व्यवस्था की शुरुआत करते हुये भारत कोकिंग कोल लि. (बीसीसीएल) के तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के भविष्य निधि और पेंशन बकाये का निपटान किया गया। ऑनलाइन कार्यक्रम में कोयला सचिव अनिल कुमार जैन और कोल इंडिया लि. के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल मौजूद थे।
मंत्रालय ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी आधारित परियोजना सीएमपीएफओ की सभी भविष्य निधि और पेंशन कोष संबंधित गतिविधियों को डिजिटल रूप देने का एक प्रयास है ताकि व्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके। इसका साफ्टवेयर परिचालन हैदराबाद स्थित केन्द्र से भुवनेश्वर स्थित डिसास्टर रिकवरी सेंटर के साथ मिलकर किया जा रहा है। ‘‘सीएमपीएफओ के सभी 23 कार्यालयों को इस डेटा केन्द्र से जोड़ा गया है।’’