खेल मंत्रालय की 'ओलंपिक पोडियम स्कीम' से साक्षी मलिक हुईं बाहर, इस खिलाड़ी को मिली जगह
By भाषा | Published: October 4, 2019 05:51 PM2019-10-04T17:51:37+5:302019-10-04T17:51:37+5:30
फॉर्म में जूझ रही साक्षी मलिक को ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) से बाहर कर दिया गया। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की मिशन ओलंपिक इकाई ने यह फैसला किया।
नई दिल्ली, चार अक्टूबर। हाल में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले युवा पहलवान रवि दहिया को शुक्रवार को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) में शामिल किया गया, जबकि फॉर्म में जूझ रही साक्षी मलिक को इससे बाहर कर दिया गया। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की मिशन ओलंपिक इकाई ने यह फैसला किया।
रवि ने कजाखस्तान के नूर सुल्तान में पुरूष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता था। उनके कांस्य पदक ने अगले साल होने वाले तोक्यो खेलों के लिये भारत का ओलंपिक कोटा भी सुनिश्चित किया। साक्षी ने 2016 रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। वह पिछले कुछ समय से फार्म से जूझ रही है, इसलिये उन्हें टॉप्स से बाहर कर दिया गया। वह नूर सुल्तान में 62 किग्रा वर्ग के शुरुआती दौर से बाहर हो गयी थी।
भारोत्तोलक रगाला वेंकट राहुल को भी टॉप्स से बाहर कर दिया गया, जिसमें 50,000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता दी जाती है। समिति ने पहलवान पूजा ढांडा के उस प्रस्ताव को मंजूरी दी जिसमें उन्होंने एक महीने के लिये अपने घरेलू स्थल हिसार में रोमानियाई कोच फानेल कार्प के साथ ट्रेनिंग करने की अपील की थी।
समिति ने भारोत्तोलक मीराबाई चानू के वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को मंजूरी दी जिसमें उन्होंने फिजियो शिवानी भारूका को रखने की मांग की थी जो तोक्यो ओलंपिक तक राष्ट्रीय शिविर में उनके साथ होंगी। समिति ने हाल में हुई बैठक में 70 लाख रुपये के वित्तीय प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। तीन राष्ट्रीय महासंघों -निशानेबाजी, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन- ने बैठक के दौरान 2020, 2024 और 2028 ओलंपिक के लिये रोडमैप भी साझा किया।