केडी जाधव के बेटे ने उठाए सवाल, कहा, 'देश को पहला ओलंपिक मेडल दिलाने वाले को पद्म पुरस्कार तक नहीं मिला'
By भाषा | Published: January 30, 2020 09:17 AM2020-01-30T09:17:11+5:302020-01-30T09:17:11+5:30
KD Jadhav: केडी जाधव ने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में दिलाया था भारत को पहला व्यक्तिगत मेडल, बेटे ने पूछा, पिता को पद्म श्री तक क्यों नहीं मिला
मुंबई: दिग्गज पहलवान कशाबा जाधव के बेटे रंजीत जाधव ने बुधवार को अपने दिवंगत पिता को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग की। रंजीत ने कहा कि उनके पिता ओलंपिक (हेलसिंकी, 1952) में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे लेकिन उन्हें पद्म पुरस्कार तक नहीं मिला जबकि टीवी निर्माता एकता कपूर को यह पुरस्कार मिला है।
कशाबा का 1984 में निधन हुआ। रंजीत ने महाराष्ट्र के सातारा जिले के अपने परिवार के पैतृक गांव से बताया कि उनके पिता को अर्जुन पुरस्कार भी 2001 में दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 19 साल से मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा हूं कि सुनिश्चित कर सकूं कि मेरे पिता को भारत रत्न मिले या फिर कम से कम मरणोपरांत पद्म पुरस्कार मिले। मेरे पिता का 1984 में निधन हुआ और उन्हें 17 साल बाद अर्जुन पुरस्कार मिला।’’
रंजीत ने कहा, ‘‘मेरे पिता ने 1952 में ओलंपिक पदक जीता। अगर आप 1954 से 1984 के पुरस्कार विजेताओं की सूची देखो तो कई खिलाड़ियों को पद्म श्री मिला और कुछ को तो पद्म भूषण भी मिला जबकि कुछ को तीनों मिले (पदक विभूषण भी)। हालांकि महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद और कुछ अन्य हॉकी खिलाड़ियों को छोड़कर उनमें से कोई भी ओलंपियन नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एकता कपूर को इस साल पद्म श्री दिया गया। उन्हें पुरस्कार देने का सामाजिक अर्थ क्या है?’’