नयी दिल्ली, 11 फरवरी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के 2020-21 के सत्र में स्थानान्तरण शुल्क में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली और क्लबों ने खिलाड़ियों को खरीदने में 9.5 करोड़ रुपये खर्च किये जो कि पिछले सत्र की तुलना में छह गुना अधिक है।
पिछले वर्षों तक भारतीय फुटबॉल में घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों को मुफ्त स्थानान्तरण पर लेने का चलन था जिसका मतलब था कि क्लब अन्य क्लबों को स्थानान्तरण शुल्क देने से बचते थे और इसके बजाय ऐसे खिलाड़ियों को अनुबंधित करने पर ध्यान देते थे जिनका करार समाप्त हो गया हो।
लेकिन 2020-21 सत्र के दौरान आईएसएल क्लबों ने खिलाड़ियों के स्थानान्तरण पर पिछले सत्र की तुलना में छह गुना अधिक 9.5 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की। पिछले सत्र में इस पर केवल 1.4 करोड़ रुपये ही खर्च किये गये थे।
कोरोना वायरस महामारी के कारण वित्तीय स्थिति प्रभावित होने के बावजूद खिलाड़ियों की बिक्री से होने वाले राजस्व में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई और यह 2.6 करोड़ रुपये रही।
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