लंदन: दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने कोरोना टीकाकरण ना लेने को लेकर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि वो कोविड-19 वैक्सीन के खिलाफ नहीं हैं। मगर टीका लगवाने के लिए कोई उन्हें मजबूर नहीं कर सकता है। उनका कहना है कि वो वह अपने शरीर के लिए सबसे अच्छा चुनने की स्वतंत्रता नहीं होने के खिलाफ हैं।
यही नहीं, उनका ये भी कहना है कि अगर उनपर टीका लगवाने का दबाव बनाया जाता है तो वो भविष्य में होने वाले ट्रॉफी छोड़ने के लिए तैयार हैं। बता दें कि इस साल की शुरुआत में सर्बियाई खिलाड़ी जोकोविच को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाने की वजह से ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भाग लेने का मौका नहीं मिला था।
वहीं, बीबीसी न्यूज़ से बात करते हुए 9 बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन और 20 ग्रैंडस्लैम जीत चुके नोवाक जोकोविच ने कहा कि अगर विम्बल्डन ओपेन और फ्रेंच ओपेन में खेलने के लिए कोविड-19 वैक्सीन जरूरी होगी और उनके ऊपर टीका लगवाने का दबाव बनाया जाता है तो वो ये दोनों ग्रैंड स्लैम छोड़ने के लिए तैयार हैं।
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि अगर वो बच्चे होते तो शायद टीका ले चुके होते। मगर जोकोविच ने हमेशा ही इस बात का समर्थन किया है कि हर व्यक्ति के पास ये आजादी होनी चाहिए कि वो क्या अपने शरीर के अंदर लगवाना चाहता है। बताते चलें कि इस साल आस्ट्रेलियाई ओपन 17 जनवरी से शुरू हुआ था, लेकिन नोवाक जोकोविच इसका हिस्सा नहीं बन पाए थे क्योंकि उन्होंने कोरोना के टीके को लगवाने से मना कर दिया है।