पद्म विभूषण के बाद मैरीकॉम का सपना ‘भारत रत्न’
By भाषा | Published: January 26, 2020 04:57 PM2020-01-26T16:57:51+5:302020-01-26T16:57:51+5:30
36 साल की मैरीकॉम ने हालांकि कहा कि उनका लक्ष्य पहले ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना है और फिर वह ‘पदक के रंग’ के बारे में सोचेंगी
पद्म विभूषण के लिये चुनी गयी पहली महिला खिलाड़ी एमसी मैरीकॉम ने रविवार को कहा कि वह तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर ‘भारत रत्न’ बनना चाहती हैं। छह बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज मेरीकाम ने कहा, ‘‘भारत रत्न हासिल करना सपना है। इस पुरस्कार (पद्म विभूषण) से मुझे और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी ताकि मैं भारत रत्न बन सकूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सचिन तेंदुलकर ही एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है और मैं भी इससे हासिल करना चाहती हूं और ऐसा करने वाली पहली महिला बनना चाहती हूं। मैं तेंदुलकर की राह पर चलना चाहती हूं और मुझे उनसे प्रेरणा मिलती है। ’’
36 साल की मैरीकॉम ने हालांकि कहा कि उनका लक्ष्य पहले ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना है और फिर वह ‘पदक के रंग’ के बारे में सोचेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा अभी लक्ष्य ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना है और फिर मैं पदक के रंग के बारे में सोचूंगी। अगर मैं क्वालीफाई कर लेती हूं और टोक्यो में स्वर्ण पदक जीत लेती हूं तो मैं भारत रत्न हासिल करने की उम्मीद कर सकती हूं। भारत रत्न से नवाजा जाना सिर्फ एक खिलाड़ी के लिये ही नहीं बल्कि किसी भी भारतीय की उपलब्धियों का शीर्ष सम्मान है।’’ भारत रत्न देश का सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान है।