दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 5-1 से करारी शिकस्त दी, पांच मैचों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 3, 2022 02:53 PM2022-12-03T14:53:38+5:302022-12-03T15:09:50+5:30
भारत ने बुधवार को तीसरे टेस्ट मैच में आखिरी क्षणों में गोल करके ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हराकर सीरीज में अपनी उम्मीदें जीवंत रखी थी।
एडिलेडः भारतीय टीम ने शुरू में अच्छा प्रदर्शन करके बढ़त बनाई लेकिन मध्यांतर से ठीक पहले उसकी रक्षापंक्ति बिखर गई जिसका फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया ने वापसी करके शनिवार को यहां चौथे हॉकी टेस्ट मैच में भारत को 5-1 से करारी शिकस्त दी। ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत से पांच मैचों की श्रृंखला में 3-1 से अजेय बढ़त हासिल की।
श्रृंखला का पांचवा और अंतिम मैच रविवार को खेला जाएगा। पहले क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई जिसके बाद दिलप्रीत सिंह ने 25वें मिनट में गोल करके भारत को बढ़त दिलाई। पहले क्वार्टर में भारतीय रक्षापंक्ति ने अच्छा खेल दिखाया लेकिन बाद में वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाई।
दूसरे क्वार्टर के आखिरी क्षणों में भारतीय रक्षा पंक्ति बिखर गई जिसका फायदा उठाकर जेरेमी हेवर्ड (29वें) और जेक व्हीटन (30वें) ने 50 सेकेंड के अंदर दो गोल करके ऑस्ट्रेलिया को मध्यांतर से पहले बढ़त दिला दी। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे क्वार्टर में पूरा दबदबा बनाया। टॉम विकम (34वें) ने उसकी बढ़त को मजबूत किया जबकि हेवर्ड ने 41वें मिनट में अपना दूसरा और टीम की तरफ से चौथा गोल किया।
Indian men's hockey team loses fourth Test 1-5 to Australia, concede unassailable 3-1 lead in five-match series
— Press Trust of India (@PTI_News) December 3, 2022
मैट डॉसन ने 54वें मिनट में भारतीय गोलकीपर कृष्ण पाठक को छका कर ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पांचवा गोल दागा। अनुभवी पीआर श्रीजेश की जगह गोलकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे पाठक ने हालांकि कुछ अच्छे बचाव करके भारतीय टीम को शर्मसार होने से बचाया।
ऑस्ट्रेलिया ने खेल के हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया और हार्वे ने मध्य पंक्ति में कुछ अच्छे मूव बनाए। विश्व की नंबर एक टीम को हालांकि शुरू में भारतीय रक्षा पंक्ति के शानदार खेल के कारण जूझना पड़ा। श्रीजेश तब गोलकीपर की भूमिका निभा रहे थे। पाठक ने दूसरे क्वार्टर में यह जिम्मेदारी संभाली और नाथन एफ्राम्स के प्रयासों को विफल किया।
भारतीय खेल को देखकर लग रहा था कि वह श्रृंखला बराबर करने में सफल रहेगा। दिलप्रीत ने इस बीच उसे बढ़त दिला दी। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस में सेंध लगाकर करारे शॉट से खूबसूरत गोल दागा। लेकिन भारत की बढ़त पांच मिनट भी नहीं रह पाई तथा हेवर्ड ने ड्रैग फ्लिक से गोल करके ऑस्ट्रेलिया को बराबरी पर ला दिया।
इसके तुरंत बाद व्हीटन ने जैक वेल्च की मदद से गोल दागकर अपनी टीम को बढ़त दिला दी। यह मैच का टर्निंग प्वाइंट था क्योंकि भारतीय रक्षा पंक्ति ने इसके बाद अपनी लय खो दी। विकम ने पहले प्रयास में चूकने के बाद अगले प्रयास में गोल किया जबकि हेवर्ड ने अपना दूसरा गोल दागकर तीसरे क्वार्टर तक ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से आगे कर दिया।
भाग्य भी लगता था भारत के साथ नहीं था क्योंकि एक समय लग रहा था कि श्रीजेश ने हेवर्ड का शॉट रोक दिया है लेकिन गेंद उनके हाथ से छिटककर गोल में चली गई। हरमनप्रीत, हार्दिक सिंह और नीलकांत शर्मा जैसे खिलाड़ियों ने मौके बनाए लेकिन वह अपने मजबूत प्रतिद्वंदी की रक्षा पंक्ति को नहीं भेद पाए।
भारत ने बुधवार को तीसरे टेस्ट मैच में आखिरी क्षणों में गोल करके ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हराकर श्रृंखला में अपनी उम्मीदें जीवंत रखी थी। भारतीय टीम पहले टेस्ट मैच में 4-5 से हार गई थी जबकि तीसरे टेस्ट में ब्लैक गोवर्स की हैट्रिक के कारण उसे 4-7 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।