अगर शूटिंग नहीं तो भारत को करना चाहिए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स का बहिष्कार: NRAI
By भाषा | Published: April 17, 2018 08:57 PM2018-04-17T20:57:45+5:302018-04-17T20:59:21+5:30
भारतीय निशानेबाजी दल ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में सात स्वर्ण पदक सहित कुल 16 पदक जीते।
नई दिल्ली, 17 अप्रैल: भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ( एनआरएआई ) के अध्यक्ष रानिंदर सिंह ने कहा है कि अगर बर्मिंघम में 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को शामिल नहीं किया जाता है तो देश को इन खेलों का बहिष्कार करना चाहिए।
रानिंदर ने कहा कि वह इस संबंध में जल्द ही खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ( आईओए ) को पत्र लिखेंगे। भारतीय निशानेबाजों के लिये सम्मान समारोह में एनआरएआई प्रमुख ने कहा, 'मैं एक-दो दिन में केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को पत्र लिखकर उनसे 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी शामिल नहीं किये जाने की स्थिति में इन खेलों का बहिष्कार करने का आग्रह करूंगा।'
भारतीय निशानेबाजी दल ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में सात स्वर्ण पदक सहित कुल 16 पदक जीते। रानिंदर ने कहा, 'हम खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ से 2022 राष्ट्रमंडल खेलों से हटने की दमदार अपील करेंगे।' (और पढ़ें- मैरी कॉम ने संन्यास की चर्चा को बताया अफवाह, कहा- 'ओलंपिक गोल्ड है मेरा सपना')
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने 2022 के खेलों से निशानेबाजी को हटाने का फैसला किया है। उनसे कहा था कि लाजिस्टिक संबंधी मामलों के कारण यह फैसला किया गया। सीजीएफ सीईओ डेविड ग्रेवमबर्ग ने इस साल के शुरू में 2022 खेलों के आयोजकों को लिखे पत्र में कहा था, 'निशानेबाजी 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं होगा।'
उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया था कि इस खेल को खेलों से हमेशा के लिये नहीं हटाया गया है तथा यह वैकल्पिक खेल बना रहेगा तथा किसी खास राष्ट्रमंडल खेलों का मेजबान शहर इसे मुख्य खेलों में शामिल कर सकता है। राठौड़ ने भी सीजीएफ को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि यह खेल 2022 के खेलों में बना रहे। एनआरएआई प्रमुख ने हालांकि उम्मीद जतायी कि निशानेबाजी को खेलों में शामिल कर लिया जाएगा।
सीजीएफ ने इस साल जनवरी में निशानेबाजी को बर्मिंघम खेलों में शामिल नहीं करने के स्थानीय आयोजन समिति के फैसले का समर्थन किया था।
रानिंदर ने कहा कि एनआरएआई अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ), राष्ट्रमंडल खेल महासंघ और बर्मिंघम खेल आयोजन समिति के संपर्क में है ताकि इस खेल को इन खेलों में शामिल किया जा सके। निशानेबाजी भले ही राष्ट्रमंडल खेलों में वैकल्पिक खेल है लेकिन यह 1966 से इन खेलों को हिस्सा रहा है। इस बीच केवल 1970 में एडिनबर्ग खेलों में यह शामिल नहीं था। (और पढ़ें- CWG 2018: हरियाणा सरकार करेगी एथलीट्स का सम्मान, गोल्ड मेडल जीतने वाले को मिलेंगे 1.5 करोड़)
आस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन के बाद शीर्ष निशानेबाज एशियाई खेलों और कोरिया के चांगवोन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारियों के कारण अमेरिका के फोर्ट बेनिंग में सात से 15 मई के बीच होने वाले विश्व कप (राइफल एवं पिस्टल) में हिस्सा नहीं लेंगे। विश्व चैंपियनशिप 2020 ओलंपिक खेलों की पहली क्वालीफाईंग प्रतियोगिता है जिसमें कई कोटा स्थान दांव पर लगे होंगे। भारत अमेरिका के टस्कान में होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप (शॉटगन) में भी हिस्सा नहीं लेगा।