नई दिल्ली, 13 अप्रैल: गोल्ड कोस्ट में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स के 9वें दिन भी भारत की झोली में मेडल का आना जारी रहा। अब तक भारत के कुल 42 मेडल हो चुके हैं और उम्मीद है कि आखिरी दो दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। बहरहाल, शुक्रवार को भारत को शूटिंग से लेकर रेसलिंग, टेबल टेनिस (टीटी) और बॉक्सिंग से मेडल आए। हालांकि, पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में जरूर निराशा हाथ लगी। मेडल टैली में भारत फिलहाल 17 गोल्ड, 11 सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज के साथ तीसरे स्थान पर है। 65 गोल्ड सहित कुल 168 पदकों के साथ ऑस्ट्रेलिया अब भी पहले नंबर पर है। दूसरे स्थान पर इंग्लैंड है, जिसके खाते में 31 गोल्ड मेडल हैं।
शूटिंग में 15 साल के अनीष ने मचाया तहलका, तेजस्वनी को भी गोल्ड
भारत के 15 साल के निशानेबाज अनीष भनवाला ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में गोल्ड जीतते हुए नया इतिहास रचा। अनीष कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए हैं।
टेबल टेनिस में गोल्ड से चूके
टेबल टेनिस से शुक्रवार को भारत को तीसरा मेडल मिला। दरअसल, भारत की मनिका बत्रा और मौमा दास को विमेंस डबल्स के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इस जोड़ी को सिंगापुर की फेंग तियानवी और यू मेंग्यू ने 11-5, 11-4, 11-5 हराया।
हॉकी में मिली निराशा, अब ब्रॉन्ज मेडल के मैच पर नजर
महिला टीम के एक दिन बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम भी गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हो गई। भारत को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 3-2 से हराया। अब भारत ब्रॉन्ज मेडल के लिए शनिवार को इंग्लैंड से भि़ड़ेगा। दूसरी ओर महिला टीम भी अपना ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलेगी।
रेसलिंग से आए मेडल
भारत के बजरंग पूनिया ने फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम वर्ग रेसलिंग में गोल्ड जीता। इसके साथ ही वह सुशील कुमार और राहुल आवरे के साथ भारत के लिए इन गेम्स में गोल्ड जीतने वाले तीसरे रेसलर बन गए। वहीं, एक और पुरुष रेसलर मौसम खत्री ने सिल्वर और महिला रेसलिंग में पूजा ढंढा ने सिल्वर और दिव्या काकरन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
अपने पहले कॉमनवेल्थ गेम्स के 97 किलोग्राम फाइनल में खत्री को दक्षिण अफ्रीका के एरासमस से हार मिली। वहीं, दिव्या ने 68 किलोग्राम में ब्रॉन्ज जीता।
बॉक्सिंग में इन मुक्केबाजों ने दिलाए मेडल
बॉक्सिंग में भारत को पहला मेडल नमन तंवर से मिला जिन्हें 91 किलोग्राम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के जेसन वॉटली से हार मिली। नमन को ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा। 19 साल के नमन पहली बार किसी बड़ी सीनियर इवेंट में हिस्सा ले रहे थे। दूसरी ओर हसमुद्दीन को भी 56 किलोग्राम के सेमीफाइनल में हार मिली और ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
बैडमिंटन में भी मेडल की बाकी है उम्मीद
पीवी सिंधु क्वॉर्टर फाइनल में कनाडा की ब्रिटनी टैम को 21-14, 21-17 से हराकर महिला एकल के सेमीफाइनल में पहुंची हैं। एच एस प्रणॉय भी श्रीलंका के दिनुका करुणारत्ना को 21-13, 21-6 से हराकर पुरुष एकल सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। दूसरी ओर सात्विक रैंकिरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी मलेशिया के सून हुआत और शेवोन जेमी को 21-19, 21-19 से हराकर मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। (और पढ़ें- CWG 2018: टेबल टेनिस में मनिका बत्रा और मौमा दास की जोड़ी ने जीता सिल्वर मेडल)