जकार्ता, 24 अगस्त: भारत के रोवर्स ने एशियन गेम्स 2018 के छठे दिन शुक्रवार को शानदार आगाज किया और एक गोल्ड और दो ब्रॉन्ज समेत तीन मेडल भारत की झोली में डाल दिए। स्वर्ण सिंह, दत्तू भोकानल, ओम प्रकाश और सुखमीत सिंह ने पुरुषों के क्वॉड्रपल स्कल्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।
ये भारत का एशियन गेम्स इतिहास में रोइंग में दूसरा गोल्ड मेडल है। इस स्पर्धा का सिल्वर इंडोनेशिया और ब्रॉन्ज थाईलैंड ने जीता। भारत के लिए एशियन गेम्स में रोइंग का पहला गोल्ड मेडल 2010 में बजरंज लाल ठक्कर ने पुरुषों के सिंगल्स इवेंट में जीता था।
ये भारत का इन खेलों में पांचवां गोल्ड मेडल है। इस गोल्ड के साथ ही भारत ने इन खेलों में अपने पदकों की संख्या 21 तक पहुंचा दी है। भारत अब तक 5 गोल्ड, 4 सिल्वर, 12 ब्रॉन्ज समेत कुल 21 मेडल जीत चुका है।
इससे पहले दुष्यंत ने सिंगल्स स्क्ल्स के फाइनल में 7 मिनट और 18.76 सेकेंड का समय निकालते हुए ब्रॉन्ड मेडल जीता। उन्होंने 2014 के एशियाई खेलों में भी ब्रॉन्ज जीता था।
दुष्यंत के बाद रोहित कुमार और भगवान सिंह ने रोइंग से डबल्स लाइटवेट स्क्ल्स स्पर्धा में भी भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाला। दोनों 7 मिनट और 4.61 सेकेंड का समय निकालते हुए तीसरे स्थान पर रहे।