नई दिल्ली: एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के फाइनल में भारत ने मलयेशिया को 4-3 से हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम किया कर लिया है। भारत ने 1-3 से पिछड़ते हुए, 4-3 से जीत हासिल की। एक समय लग रहा था भारत ये मुकाबला हार जाएगा। भारतीय टीम 1-3 से पीछे चल रही थी, इसके बाद तीसरे क्वार्टर में एक मिनट के अंदर दो गोल दाग टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की। चौथे क्वार्टर में चौथा गोल दाग भारतीय टीम ने 4-3 से मैच जीत लिया।
भारतीय टीम के चौथी पर चैम्पियन बनने पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी। पीएम ने ट्विटर पर लिखा- एशियाई चैम्पियनशिप में शानदार जीत पर हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई! यह भारत की चौथी जीत है और यह हमारे खिलाड़ियों के अथक समर्पण, कठोर प्रशिक्षण और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। उनके असाधारण प्रदर्शन ने पूरे देश में अत्यधिक गर्व की भावना जगाई है। हमारे खिलाड़ियों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।
मैच की बात करें तो टीम इंडिया ने मैच का पहला गोल दागा था। जुगराज सिंह ने नौवें मिनट में यह गोल किया और टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई। इसके बाद मलयेशिया ने लगातार काउंटर अटैक किए और मैच को अपनी तरफ मोड़ लिया। 14वें मिनट में अजराई अबु कमाल और क्वार्टर में रहीज राजी ने 18वें मिनट में जबकि 28वें मिनट में मोहम्मद अमिनुद्दीन ने गोल दाग अपनी टीम को भारत के खिलाफ 3-1 से आगे कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में भारत ने जबरदस्त वापसी की। एक मिनट के अंदर दो गोल दाग भारतीय टीम ने स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल दाग स्कोर 3-2 कर दिया। इसी मिनट (45वें मिनट) में गुरजंत सिंह ने काउंटर अटैक पर फील्ड गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। भारतीय टीम ने चौथे क्वार्टर मं 56वें मिनट में अपना चौथा गोल दागा और ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया।
बता दें कि भारत सबसे ज्यादा चार बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला देश बन गया है। पाकिस्तान ने तीन बार यह खिताब जीता है। वहीं मलेशिया ने एक बार भी यह ट्राफी नहीं जीता है। हालांकि, टीम पांच बार तीसरे स्थान पर रह चुकी है। भारत ने 2011, 2016 और 2018 में यह ट्रॉफी जीती थी। 2018 में भारत और पाकिस्तान संयुक्त रूप से विजेता रहा था। भारतीय हॉकी टीम को अब हांगझोऊ एशियन गेम्स में हिस्सा लेना है।