मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख नेता अजित पवार द्वारा शक्ति प्रदर्शन के लिए बुलाई गई बैठक में शरद पवार को निशाने पर लिया गया। महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के लिए अजित ने बगावत की थी। अजित पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में एनसीपी के 35 विधायकों के पहुंचने की जानकारी है।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने कहा कि शरद पवार जी को अब संन्यास लेना चाहिए। अजित ने कहा कि आप 83 साल के हो गए हैं, आप आशीर्वाद दीजिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठों को कहीं न कहीं रुकना चाहिए।
अजित पवार ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि शरद पवार हमारे नेता और गुरु हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है। अजित पवार ने कहा कि वह एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों के लिए काम करना चाहते हैं।
अजित पवार ने अपनी राजनीतिक यात्रा का जिक्र भी किया और कहा कि 1999 में पवार साहब ने कहा था कि सोनिया गांधी विदेशी हैं। वह हमारी पीएम नहीं हो सकतीं। हमने पवार साहब की बात सुनी। भुजबल साहब ने शिवाजी पार्क में रैली की। और हमने महाराष्ट्र में जाकर प्रचार किया और हमने 75 सीटें जीतीं। सभी को महत्वपूर्ण विभाग मिले। लेकिन मुझे कृष्णा खोरे महामंडल मिला, जो 6 जिलों तक सीमित था। लेकिन मैंने लगातार काम किया। शासन-प्रशासन पर मेरी पकड़ बनाई।
इसी बैठक में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जब हम शिवसेना की विचारधारा स्वीकार कर सकते हैं, तो बीजेपी की विचारधारा से क्या दिक्कत है। जब महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला बीजेपी के साथ आ सकते हैं, तो एनसीपी के साथ आने में क्या दिक्कत है।
अजित पवार की बैठक में छगन भुजबल, हसन मुश्रिफ, नरहरि झिरवाल, दिलीप मोहिते, अनिल पाटिल, मानिक राव, दिलीप वाल्से पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव अत्राम, अन्ना बंसोड, नीलेश लंके, इंद्रनील नाइक, सुनील शेलके, दत्तात्रय भरणे, संजय बंसोड़, संग्राम जगताप, दिलीप बनकर, सुनील टिंगरे, सुनील शेलके, बालासाहेब अजाबे, दीपक चव्हाण, यशवंत माने, नितिन पवार, शेखर निकम, संजय शिंदे, राजू कोरमारे, बबनराव शिंदे सहित 30 विधायक और 4 एमएलसी पहुंचे।