महाराष्ट्र व हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होगा। इस बीच हर दल गठजोड़ को लेकर बेकरार है। जहां कांग्रेस और राकांपा में 125-125 सीट पर गठबंधन हो गया है।
भाजपा-शिवसेना में अभी तक गठबंधन नहीं हुआ है। रोज-रोज नए बयान आ रहे हैं। इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आगामी विधानसभा चुनावों में हमें 220 सीटें मिलेंगी। भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि गठबंधन पर चर्चा अंतिम चरण में है। जो लोग सोच रहे हैं कि गठबंधन नहीं होगा वे निराश होने वाले हैं।
हम गठबंधन करके ही चुनाव लड़ेंगे। कुछ सीट पर विवाद है, जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। कांग्रेस-राकांपा दिन में सपने देखना बंद कर दें। हम लोग 288 में से 220 सीट जीतेंगे। हम महाराष्ट्र में फिर से सीएम देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रहे हैं।
भाजपा यदि अपनी प्रतिबद्धता निभा नहीं सकती, तो उसे आत्मावलोकन करना चाहिए: राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि भाजपा यदि अपनी प्रतिबद्धता निभा नहीं सकती तो उसे आत्मावलोकन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे का फार्मूला तय कर लिया गया था।
यह पूछे जाने पर कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए क्या शिवसेना भाजपा के साथ गठबंधन करेगी, राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी सोच में हमेशा ‘‘सकारात्मक’’ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे के फार्मूले को लेकर लोकसभा चुनाव से पहले ही निर्णय ले लिया गया था... यदि भाजपा अपनी प्रतिबद्धता और कथनी को पूरा नहीं कर सकती तो उसे आत्मावलोकन करने की आवश्यकता है।’’
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र शिवाजी महाराज की भूमि है और यहां प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण होती है। हमने (भाजपा नेताओं) अटल बिहारी वाजपेयी, प्रमोद महाजन, एल के आडवाणी के साथ काम किया है। उन्होंने हमेशा अपनी प्रतिबद्धता निभाई।’’
शिवसेना का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही सीटों के बंटवारे को लेकर फैसला कर लिया गया था। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दल के अनुसार इसका अर्थ यह हुआ कि सीटों का समान वितरण होगा और दोनों पार्टी के उम्मीदवार ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। भाजपा और शिवसेना के बीच विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर गहन वार्ता चल रही है और अभी तक इसे लेकर दोनों के बीच सहमति नहीं बनी है। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीट हैं जिनमें से 2014 में भाजपा ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में दोनों अलग-अलग मैदान में उतरे थे।
शिवसेना का नाम लिये बगैर शाह ने कहा, महाराष्ट्र में राजग को मिलेगा तीन चौथाई बहुमत
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को यहां एक रैली में कहा कि 21 अक्टूबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजग को ‘‘तीन चौथाई बहुमत’’ मिलेगा। हालांकि, उन्होंने अपने भाषण में सहयोगी दल शिवसेना का जिक्र नहीं किया।
शाह का बयान ऐसे समय में आया है, जब भाजपा और शिवसेना इस चुनाव के लिये सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष ने शिवसेना का जिक्र किये बगैर कहा, ‘‘महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव की घोषणा हो गयी है।
मुझे यकीन है कि भाजपा को बहुमत मिलेगा। महाराष्ट्र में राजग (भाजपा, शिवसेना और छोटे सहयोगी दलों) को (288 सदस्यीय विधानसभा में) तीन चौथाई बहुमत मिलेगा।’’ शाह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस चुनाव बाद भी इस पद पर बने रहेंगे। शाह के इस बयान को शिवसेना की अनदेखी करने के तौर पर देखा जा रहा है, जो मुख्यमंत्री पद के लिये पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को अपने उम्मीदवार के तौर पर पेश कर रही है।
शाह ने कहा, ‘‘फडणवीस सरकार केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के साथ काम कर रही है। मोदी सरकार को दूसरा कार्यकाल मिला और मुझे यकीन है कि मतदाताओं ने फडणवीस को अगला कार्यकाल देने का मन बना लिया है।’’ ठाकरे ने हाल में कहा था कि जल्द सीट-बंटवारे की घोषणा होगी। इससे पहले अटकलें थीं कि संभवत: शाह की यात्रा के दौरान सीट-बंटवारे की घोषणा हो सकती है। भाजपा और शिवसेना के नेता साथ चुनाव लड़ने के लिये प्रतिबद्ध हैं लेकिन दोनों पार्टियों के बीच सीटों की संख्या के बंटवारे को लेकर अब तक कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है।