महाराष्ट्र चुनाव: पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण का बयान, 'पहले मुझे अपनी कराड सीट बचानी है', 59 सालों से यहां अजेय रही है कांग्रेस
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: October 6, 2019 13:02 IST2019-10-06T13:02:55+5:302019-10-06T13:02:55+5:30
Prithviraj Chavan: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि राज्य में चुनाव प्रचार करने से पहले वह अपनी सीट कराड पर ध्यान देंगे

पृथ्वीराज चव्हाण के सामने कराड में कांग्रेसी किला बचाने की चुनौती
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण कराड दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पृथ्वीराज चव्हाण की नजरें आगामी विधानसभा चुनावों में वैसे तो राज्य में हुए कम विकास के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने पर होगी, लेकिन उन्होंने कहा है कि वह राज्य के मुद्दों को उठाने से पहले सिर्फ अपनी विधानसभा सीट कराड पर ध्यान देंगे।
पृथ्वीराज चव्हाण ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में ये पूछे जाने पर कि पूर्व मुख्यमंत्री होने के बावजूद उनका ध्यान केवल कराड सीट पर ही क्यों हैं?
सबसे पहले मुझे अपनी कराड सीट बचानी है: पृथ्वीराज चव्हाण
उन्होंने कहा, 'मुझे सबसे पहले अपनी विधानसभा सीट (कराड ) बचानी है। कल, अगर कुछ गलत होता है, तो मीडिया और अन्य लोग सवाल उठाएंगे कि हम अपना ही किला बचाने में असफल रहे।'
उन्होंने कहा, 'ये विधानसभा चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है इसलिए हमें विपक्ष के हर कदम को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। एक बार मेरे विधानसभा कराड में चीजें सुलझ जाएं, तो मैं राज्य के अन्य हिस्सों में भी प्रचार कर सकता हूं।'
कराड में 1960 से ही कभी नहीं हारी कांग्रेस
सतारा जिले की कारद दक्षिण सीट पर कांग्रेस 1960 में महाराष्ट्र का गठन होने के बाद से ही कभी नहीं हारी है। अब तक यहां हुए 13 विधानसभा चुनावों में से पार्टी ने सभी में जीत हासिल की है।
लेकिन इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है, जिसने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के लिए राह मुश्किल बना दी है।
कराड में है त्रिकोणीय मुकाबला
2014 में कराड सीट से सात बार के विधायक विलासराव पाटिल को हराने वाले पृथ्वीराज चव्हाण को कांग्रेस ने फिर से उतारा है। वहीं बीजेपी ने युवा नेता अतुल भोसले को टिकट दिया है, जो इससे पहले पंढरपुर विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति के अध्यक्ष थे और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था।
चव्हाण और भोसले के नामांकन दाखिल करन के एक दिन बाद विलासराव पाटिल के बेटे उदयसिंह पाटिल ने भी इस सीट से अपना नामांकन निर्दयलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल करते हुए मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। उदयसिंह जिला परिषद सदस्य और रायत सहकारी चीनी मिल के चेयरमैन हैं।
बीजेपी के अतुल भोसले ने 2014 में भी यहां से चव्हाण और पाटिल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन 58000 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
संयोग से 2014 में भी यहां इन तीनों के बीच ही त्रिकोणीय मुकाबला था। 2014 के चुनावों में पृथ्वीराज चव्हाण 14 हजार वोटों से जीते थे, त्रिकोणीय मुकाबले में उन्हें 76,831 वोट मिले थे जबकि विलासराव पाटिल को 60,413 वोट जबकि अतुल भोसले को 58,000 वोट मिले थे।