कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों में खुद को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से आगे रखने के लिए एक इलेक्शन कंट्रोल रूम बनाया है। कांग्रेस ने स्थानीय नेताओं को दरकिनार करते हुए पार्टी की राज्य इकाई की मदद के लिए पांच नेताओं को बाहर से लाई है।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में पार्टी के सफल अभियान की अगुवाई के बाद, ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) के महासचिव अविनाश पांडेय इन कंट्रोल रूम के ऑपरेशन की निगारानी करेंगे।
कांग्रेस ने अविनाश पांडेय की अगुवाई में बनाया वॉर रूम
पांडेय राजस्थान से अपनी उस टीम को लाए हैं, जिसने राजस्थान विधानसभा चुनावों में पार्टी को 194 में से 101 सीटें जिताने और वसुंधराराजे सरकार को उखाड़ फेंकने में मदद की थी। पांडे, जो नागपुर से हैं, वर्तमान में राजस्थान में AICC के पार्टी अधिकारी हैं।
कांग्रेस के वॉर रूम में सोशल मीडिया निगरानी, मुश्किल परिस्थितियों में उम्मीदवारों को कानूनी सहायता और मदद उपलब्ध कराना है।
अब तक विधानसभा चुनावों में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी वॉर रूम बनाकर इस मामले में कांग्रेस को पीछे छोड़ते रहे हैं। लेकिन इस बार पार्टी ने इन सबसे एक कदम आगे रहने की तैयारी कर ली है।
पार्टी ने कहा है कि उसने उन सभी 147 विधानसभा सीटों पर सर्वे करने के लिए टीमें तैनात की हैं, जहां वह चुनाव लड़ रही है। पांडेय ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एक मोबाइल फर्म लगाएंगे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि दादर में वॉर रूम के निकट तिलक भवन में एक बेस स्थापित किया है।