महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की आचार संहिता कभी भी घोषित होने की संभावना को देखते हुए यवतमाल जिला प्रशासन ने चुनाव के लिए अपनी संपूर्ण तैयारी पूरी कर ली है. विधानसभा चुनाव के लिए 13 हजार कर्मचारियों की फौज तैयार की गई है. जिस पर नियंत्रण रखने के लिए 6 विशेष दस्तों का निर्माण किया गया है.
यवतमाल जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव को लेकर सभी पूर्व तैयारी युद्ध स्तर पर जारी हैं. चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए 12 हजार 996 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. 2499 मतदान केंद्रों का निर्माण किया गया है. 4618 ईवीएम मंगाई गई हैं. 3419 सीयू 3699 वी वी पैट मशीन तैयार रखी गई हैं.
सभी मतदान केंद्रों पर चार कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. जिसमें एक मतदान केंद्राध्यक्ष तथा 3 मतदान अधिकारी होंगे. सभी मतदान केंद्रों के बाहर दो पुलिस कर्मचारी नियुक्त रहेंगे. इसके साथ ही संवेदनशील केंद्रों पर विशेष पुलिस दस्ते की नजर रहेगी.
चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शिता से संपन्न कराने के लिए 6 विशेष दस्तों का गठन किया गया है. फ्लाईंग स्कवॉड भी निर्वाचन क्षेत्र में अनुचित क्रियाकलाप को रोकने के लिए वीडियो चित्रीकरण करेगा. स्टॅटेस्टिक सर्विलेंस टीम गांव के बाहर चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच करेगी. वीडियो सर्विलेंस टीम सभाओं का चित्रीकरण कर आपत्तिजनक भाषणों पर ध्यान केंद्रित करेगी.वीडियो वीविंग टीम गांव में चित्रीकरण सभाओं के दृश्य, खर्च के हिसाब की जांच करेगी. अकाउंटिंग टीम उम्मीदवारों के खर्च का पंजीयन करेगी तथा क्षेत्रीय अधिकारी संपूर्ण मतदान केंद्रों की जानकारी के साथ सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करेगी .बॉक्स--निर्वाचन क्षेत्र के मुख्यालय में होगी मतगणनाविधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मुख्यालय में मतगणना की संपूर्ण व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं जिसके अनुसार मुख्यालय में मतगणना होगी. जिस पर वीडियो कैमरों की नजर रहेगी. वणी, केलापुर, रालेगांव, यवतमाल, दारव्हा, पुसद और उमरखेड़ आदि स्थानों पर मतगणना प्रक्रिया संपन्न होगी. दिग्रस विधानसभा क्षेत्र की मतगणना दारव्हा में तथा आर्णी विधानसभा क्षेत्र की मतगणना केलापुर में होगी.