महाराष्ट्र विजय के उद्देश्य से भाजपा एक बूथ तीस कार्यकर्ता की रणनीति पर काम कर रही है. हालांकि यहां पर भाजपा और शिवसेना गठबंधन को लेकर 22 सितंबर को दोनों दलों के बीच बातचीत होने की संभावना है, जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी शिरकत करेंगे. लेकिन उससे पहले ही भाजपा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
हर जिला अध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने विभिन्न मंडलों से ऐसे कार्यकर्ताओं का समूह गठित करें जो अपने बूथ पर भाजपा को विजय दिलाने के लिए दिन-रात काम करें.
एक वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हमनें अपने दम पर लगभग 140 से अधिक विधानसभा सीटों पर बढ़त हासिल की थी. इनमें से कुछ विधानसभा के अलग बूथों पर, करीब 55-60 बूथ, पर हमारे वोट का अंतर प्रतिद्वंदी दल से कम था. यही वजह है कि हम इस बार एक बूथ और तीस कार्यकर्ता की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि इन बूथ पर केवल तीस कार्यकर्ता ही होंगे. हमारे कार्यकर्ताओं की संख्या अधिक ही रहेगी लेकिन तीस कार्यकर्ता ऐसे होंगे जो हर एक मतदाता से संपर्क करने के लिए उत्तरदायी होंगे. वह यह भी दर्ज भी करेंगे कि चुनाव से पहले उन्होंने दो से तीन बार हर मतदाता से संपर्क किया है.
गठबंधन को लेकर दुविधा नहीं : जावड़ेकर
केंद्रीय सूचना प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने महाराष्ट्र चुनाव पर किए गए एक सवाल पर कहा कि इसको लेकर इसी सप्ताह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर हमारे बीच कोई दुविधा नहीं है. देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना की सरकार राज्य में फिर से बनेगी. उन्होंने कहा कि राज्य में साझेदारी से चुनाव लड़ने वाली भाजपा-शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे का अंतिम फैसला भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की बैठक के बाद होगा. लेकिन इस बार हम पिछली बार से भी अधिक सीटों से सरकार बनाएंगे, यह निश्चित है. हमारी युक्ति विपक्षी दलों को न्यूनतम संख्या पर पहुंचाएगी.