परिवहन कार्यालयों में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के मकसद से कई कार्यों में ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाए जाने के बावजूद आरटीओ कार्यालय में दलालों की दखल पहले से ज्यादा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. कार्यालय परिसर के भीतर कोई आवेदक यदि सीधे काम कराने के लिए पहुंचता है तो उससे सबसे पहले किसी दलाल से ही टकराना पड़ता है.
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यहां से दलालों को खदेड़ने का काम किया गया था. हालांकि अब स्थिति जस की तस बनी हुई दिखाई दे रही है. परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं लेकिन शायद अधिकारियों को दलालों की मौजूदगी दिखाई ही नहीं दे रही है.
कार्यालय के आसपास कई कबाड़ से नजर आने वाले वाहनों में प्रिंटर, कंप्यूटर, स्कैनर, मोडेम रखते हुए दलाल अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं. इन वाहनों तक बकायदा बिजली कनेक्शन भी उपलब्ध किया जाता है. आरटीओ कार्यालय परिसर के मुख्य द्वार मार्ग पर मंगलवार को एक ऐसा ही वाहन खड़ा हुआ नजर आया.
परिसर के भीतर कार्यालय के दायीं ओर और बाजू वाले मार्ग के दोनों ओर दलालों की टपरियां देखी जा सकती हैं. कुल मिलाकर यहां स्थितियां दलालों को संरक्षण देने वाली नजर आ रही हैं.