जबलपुर में माउस क्लिक करते ही 350 किलोमीटर दूर ट्रांसफार्मर हुआ ऊर्जीकृत, एडवांस टेक्नालॉजी का उपयोग

By संजय परोहा | Published: July 21, 2023 05:21 PM2023-07-21T17:21:57+5:302023-07-21T17:23:31+5:30

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि जबलपुर से 325 कि.मी. दूर स्थापित इस ट्रांसफार्मर को बिजली कंपनी के मुख्यालय जबलपुर से पावर सेक्टर की एडवांस टेक्नालॉजी के माध्यम से ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई है।

Transformer 350 km away was energized at the click of a mouse in Jabalpur, use of advanced technology | जबलपुर में माउस क्लिक करते ही 350 किलोमीटर दूर ट्रांसफार्मर हुआ ऊर्जीकृत, एडवांस टेक्नालॉजी का उपयोग

जबलपुर में माउस क्लिक करते ही 350 किलोमीटर दूर ट्रांसफार्मर हुआ ऊर्जीकृत, एडवांस टेक्नालॉजी का उपयोग

Highlightsजबलपुर से पावर सेक्टर की एडवांस टेक्नालॉजी के माध्यम से ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई इस ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से पांढुर्ना 220 के.व्ही. सबस्टेशन की क्षमता बढ़कर 103 एम.व्ही.ए. की हो गई है

जबलपुर: एम.पी. ट्रांसको (मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने छिंदवाड़ा जिले के 220 के.व्ही. सबस्टेशन पांढुर्ना में एक 63 एम.व्ही.ए. क्षमता का नया पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि जबलपुर से 325 कि.मी. दूर स्थापित इस ट्रांसफार्मर को बिजली कंपनी के मुख्यालय जबलपुर से पावर सेक्टर की एडवांस टेक्नालॉजी के माध्यम से ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि लगभग 05 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से छिंदवाड़ा जिले की पारेषण क्षमता को सुदृढ़ता प्रदान हुई है।                      

इस ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से पांढुर्ना 220 के.व्ही. सबस्टेशन की क्षमता बढ़कर 103 एम.व्ही.ए. की हो गई है। इससे पांढुर्ना शहर के अलावा नंदवाड़ी, जुनवानी, तेगांव, बडचिचौली, लिंगा, रजना तथा औद्योगिक फीडर स्वेन प्लास्टिक से जुड़े विद्युत उपभोक्ताओं को काफी फायदा पहुंचेगा, अब उन्हें उचित वोल्टेज पर गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति उपलब्ध रहेगी। 

उन्होंने बताया कि 220 के.व्ही. सबस्टेशन पांढुर्ना में बढ़ते हुए लोड के मद्देनजर पूर्व में स्थापित 20 एम.व्ही.ए. क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के स्थान पर अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर की जरूरत महसूस हुई जिसे देखते हुए एम.पी. ट्रांसको ने सबस्टेशन में नया 63 एम.व्ही.ए. क्षमता का ट्रांसफार्मर स्थापित किया है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने इस सफलता के लिए एम.पी. ट्रांसको के कार्मिकों को बधाई दी है। छिंदवाड़ा क्षेत्र में पहली बार रिमोट से हुआ ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत।

एम.पी. ट्रांसकों ने जबलपुर से एच.एम.आई (हयूमन मशीन इंटरफेस) तकनीक का उपयोग करते हुये कम्प्यूटर का माउस क्लिक कर 325 किलोमीटर दूर पांढुर्ना में इस ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत किया। छिंदवाड़ा जिले में इस तकनीक का उपयोग पहली बार किया गया है। इस तकनीक में मानव और कम्प्यूटर मशीनों के तालमेल से सबस्टेशनों के उपकरणों को नियंत्रित और संचालित किया जाता है।
छिंदवाड़ा जिले की पारेषण क्षमता बढ़कर 1575 एमव्हीए की हुई

म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अधीक्षण अभियंता श्री एन एस लोधी ने बताया कि इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से छिंदवाड़ा जिले की कुल ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़कर 1575 एम.व्ही.ए. की हो गई है। जिसमें 220 के.व्ही. साइड 640 एम.व्ही.ए. तथा 132 के.व्ही. साइड 935 एम.व्ही.ए. की स्थापित क्षमता शामिल है। 

मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी छिंदवाड़ा जिले में अपने 10 सबस्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है, जिसमें 220 के.व्ही. के 02 सबस्टेशन तथा 132 के.व्ही. क्षमता के 08 सबस्टेशन क्रियाशील है। 1976 में बना था जिले का पहला अति उच्चदाब सबस्टेशन चंदन गांव में
             
छिंदवाड़ा जिले में 132 के.व्ही. वोल्टेज लेबल का अति उच्चदाब का पहला सबस्टेशन चंदन गांव छिदंवाड़ा में 12.11.1976 को स्थापित हुआ था। तब 12.5 एम.व्ही.ए. क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर से पूरे जिले के साथ नजदीकी जिले नरसिंहपुर और सिवनी में विद्युत पारेषण हुआ करता था।

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