भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार, 6 जुलाई को भोपाल में मुख्यमंत्री आवास में सीधी में पेशाब करने की घटना के पीड़ित और उनके परिवार से मुलाकात करेंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान इस मामले में पहले ही सख्ती दिखा चुके हैं जिसके बाद अभियुक्त प्रवेश शुक्ला के घर के अवैध अतिक्रमण वाले हिस्से को प्रशासन ने बुलडोजर से ढहा दिया।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले का एक वीडियो मंगलवार को खूब वायरल हुआ था जिसमें एक शख्स को दूसरे शख्स पर कथित तौर पर नशे की हालत में सिगरेट पीते हुए पेशाब करते हुए देखा गया। आरोपी की पहचान बीजेपी से संबंध रखने वाले प्रवेश शुक्ला के रूप में हुई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियुक्त पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की बात भी कही थी।
पुलिस ने आरोपी प्रवेश शुक्ला द्वारा आदिवासी युवक पर पेशाब करने का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 294, 504 और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही बीजेपी ने इस मामले में एक जांच कमिटी बना दी है। वह मामले की जांच करेगी। राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल को कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है। सदस्य के रूप में विधायक शरद कोल, विधायक अमर सिंह और प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह हैं। यह कमिटी मामले की जांच कर त्वरित रिपोर्ट सौंपेगी।
इस मामले में खूब राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार फौरन पीड़ित को न्याय प्रदान करने के लिए सख्त एक्शन ले और आरोपी की या तो संपत्ति जब्त करे या फिर उसके संपत्ति को ध्वस्त करे।
बता दें कि मध्य प्रदेश के सीधी में जिस आदिवासी मजदूर पर प्रवेश शुक्ला ने नशे की हालत में पेशाब किया था उसका नाम दशमत रावत है। मामले में राजनीतिक बयानबाजी के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अपराधी केवल अपराधी होता है, उसकी कोई जाति, धर्म या पार्टी नहीं होती। सीधी मामले को लेकर मैंने निर्देश दिए हैं। अभियुक्त को ऐसी सजा दी जाएगी जो उदाहरण बने। मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।