Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व और मार्गदर्शन में भोपाल में आयोजित हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-2025) न केवल निवेशकों के लिए व्यापारिक संभावनाओं का द्वार खोलेगी, बल्कि आतिथ्य के क्षेत्र में भी नया मानक स्थापित करेगी। इस आयोजन के तहत पहली बार भोपाल में टेंट सिटी बनाई गई है, जो रन ऑफ कच्छ और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर विकसित की गई है।
यह टेंट सिटी 108 फाइव-स्टार लेवल के रूम्स के साथ बनाई गई है, जिससे निवेशकों और प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश की समृद्ध आतिथ्य परंपरा का अनुभव मिलेगा। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो इसे स्थायी रूप से विकसित करने की योजना है, जिससे मध्यप्रदेश के पर्यटन को नई गति मिलेगी और भोपाल को एक नया आकर्षण केंद्र प्राप्त होगा।
मध्यप्रदेश के जायके और संस्कृति का संगम
इस टेंट सिटी में न केवल निवेशकों के लिए ठहरने की विशेष व्यवस्था की गई है, बल्कि इसमें विशेष एमपी स्पेशल फूड मेन्यू भी तैयार किया गया है। इसमें मालवा, बुंदेलखंड, बघेलखंड और निमाड़ के पारंपरिक स्वाद शामिल किए गए हैं, जिससे आगंतुकों को मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी अनुभव मिलेगा।
पर्यटन और निवेश की नई संभावनाएं
जीआईएस-2025 के दौरान यह अनूठा अनुभव निवेशकों और उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं से परिचित कराएगा। यह पहल न केवल अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी नए अवसरों को जन्म देगी।
भोपाल को मिलेगी नई पहचान
जीआईएस-2025 के बाद इस प्रयोग को स्थायी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इससे भोपाल पर्यटन के मानचित्र पर एक नए आकर्षण के रूप में उभरेगा, जो राज्य में निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।