Corona Lockdown: उबर इंडिया ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
By मनाली रस्तोगी | Published: May 26, 2020 11:53 AM2020-05-26T11:53:24+5:302020-05-26T11:53:24+5:30
कोरोना लॉकडाउन का असर कई कंपनियों और उससे जुड़े रोजगार पर पड़ा है। उबर इंडिया अब इस लॉकडाउन के बीच 600 कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।
नई दिल्ली: पूरे विश्व में कोरोना वायरस और लॉकडाउन का बुरा असर देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां इस महामारी ने कई लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है तो वहीं लॉकडाउन की वजह से वैश्विक स्तर पर सभी कामकाज ठप हो गए हैं। भारत में भी ऐसी ही स्थिति पैदा हो चुकी है और अब इसकी सीधी मार रोजगार पर पड़ रही है। ऐसे में उबर इंडिया ने हो रहे घाटे को देखते हुए कंपनी से 600 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है।
उबर इंडिया ने क्या कहा?
इस मामले में उबर के भारत और दक्षिण एशिया व्यवसायों के अध्यक्ष प्रदीप परमेस्वरन ने कहा, 'कोरोना वायरस और रिकवरी की अप्रत्याशित प्रकृति के प्रभाव ने उबर इंडिया को अपने कार्यबल के आकार को कम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। ऐसे में कंपनी को मजबूरन कई चालकों समेत अन्य कर्मचारियों को नौकरी से निकालना पड़ रहा है। नौकरी से निकालने वाले लोगों की संख्या 600 है।'
परमेस्वरन ने ये भी कहा, 'आज कंपनी के लिए बेहद दुखद दिन है। हमने यह निर्णय इसलिए लिया ताकि हम भविष्य को विश्वास के साथ देख सकें। मैं सहयोगियों को विदा करने के लिए माफी चाहता हूं और उबर राइडर्स और भारत में काम करने वाले ड्राइवर्स का उनके योगदान के लिए उनका हार्दिक धन्यवाद करता हूं।' हालांकि, उबर इंडिया ने फैसला लिया है कि जिन लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है, उन्हें कम से कम 10 सप्ताह का भुगतान दिया जाएगा।
कंपनी ने ये भी फैसला किया है कि नौकरी से बाहर किए गए लोगों को अगले छह महीनों के लिए चिकित्सा बीमा की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा उन्हें विस्थापन समर्थन, अपने लैपटॉप को बनाए रखने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही, उन्हें उबर प्रतिभा निर्देशिका में शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा।
कोरोना के कारण वैश्विक स्तर पर हो नुकसान
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस की वजह से मार्च के अंत से लॉकडाउन जारी है। ऐसे में इस घातक वायरस के कारण सभी कामकाज ठप हो गए हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था को झटका भी लगा है। हालांकि, कोविड-19 (COVID-19) से प्रभावित होने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था अकेली नहीं है। कोरोना वायरस के चलते वैश्विक स्तर पर हो रहे नुकसान को देखा जा सकता है। मालूम हो, उबर इंडिया से पहले जोमैटो ने भी हाल ही में अपने कर्मचारियों की छंटनी की है।