सरकारी क्लर्क की 700 पोस्ट के लिए 10 लाख नौजवानों ने भेजा आवेदन, 12वीं पास नौकरी के लिए पीएचडी-एमफिल उम्मीदवारों की लगी कतार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 18, 2018 07:19 PM2018-09-18T19:19:19+5:302018-09-18T19:19:39+5:30
तेलंगाना में ग्राम राजस्व अधिकारी के 700 पदों के लिए 10 लाख लोगों ने आवेदन किया है। इस मामले में सबसे खास बात यह है 12वीं पास के लिए पद निकला था, लेकिन इस पर 12वीं पास ने तो आवेदन किया ही था।
हैदराबाद, 18 सितंबर: देश में बढ़ती महंगाई की तरह बरोजगारी भी सारी सीमाएं पार कर रही है। इसका एक साक्ष्य तेलंगाना में देखा गया। यहां 700 पदों के लिए 10 लाख लोगों ने आवेदन किया है। इस मामले में सबसे खास बात यह है 12वीं पास के लिए पद निकला था, लेकिन इस पर 12वीं पास ने तो आवेदन किया ही था। साथ ही ग्रेजुऐट, पोस्ट ग्रेजुऐट, पीएचडी और एमफिल डिग्री हासिल करने वाले महारथी ने भी इस पद के लिए आवेदन किया है।
एनडीटीवी ने तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष घंटा चक्रपाणि से बातचीत में इस चीच का खुलासा हुआ। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में यह पहली बार नहीं बल्कि बहुत पहले से ही होता आ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी जुनियर लेवल पद के लिए हाई क्वालिफाइड उम्मीदवारों ने अप्लाई किया है। उन्होंने बताया कि 2014 में ग्राम राजस्व अधिकारी (VRO) के पद के लिए 10 लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया था। इसके अलावा लगभग 80 फीसदी ने परीक्षा भी दी। इससे पहले 2011 में इसी पद के लिए 6 लाख से अधिक आवेदन आएं थे।
नौकरी करने वालों ने भी किए आवेदन
इसके अलावा प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने वाले उम्मीदवारों ने भी इस पदों पर आवेदन किया था। इलेक्टिकस इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले प्रशांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आज बीपीओ में नौकरी मिली है। इस प्राइवेट नौकरी में कोई सिक्योरिटी नहीं है जितनी सिक्योरिटी सरकारी नौकरी में है। इसलिए पदों पर आवेदन किया। इस होड़ में मैकेनिकल इंजीनियर से लेकर फूड डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करने वालों भी सरकारी नौकरी की पाने के लिए इस पदों पर आवेदन करते हैं।
ऐसे होती है जांच
बताया जा रहा है कि आवेदन किए गए लोगों का डाटा तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग आसानी से कर लेता है। इसके लिए आयोग के पास ORT नामक एक सॉफ्टवेयर है जिसकी वजह से आवेदकों का डाटाओं का विश्वेषण हो जाता है। रिपोट्स के मुताबिक आवेदन करने वालों में 372 पीएचडी हैं, 539 के पास एमफिल की डिग्री है, 1.5 लाख पोस्ट ग्रेजुएट हैं, और कुल चार लाख से ज़्यादा ग्रेजुएट आवेदकों में से दो लाख से ज़्यादा इंजीनियर हैं। किसी भी कम पद के लिए इतने अधिक संख्या में आवेदन करने से एग्जाम टफ और सीटों को पाना मुश्किल हो जाता है।