सरकारी नौकरी की चाह रखने वालों के लिए बड़ी खबर, अब CET के जरिए 3 महीने में मिल जाएगी पोस्टिंग
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 17, 2020 10:37 AM2020-03-17T10:37:16+5:302020-03-17T10:42:37+5:30
CET द्वारा आयोजित परीक्षा का स्कोर तीन साल के लिए मान्य होगा. कार्मिक विभाग का कहना है कि पहले परीक्षा से लेकर पोस्टिंग तक 1 साल का समय लग जाता था, अब सिर्फ तीन से चार महीने में यह सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएंगी.
सरकारी नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं को अब और भी पारदर्शी तथा सुरक्षित बनाने की तैयारी चल रही है. इसलिए सरकार एक एंटी-चीटिंग उपकरण तैयार करने पर विचार कर रही है, जो केंद्र सरकार की नौकरियों में भर्ती के लिए ऑनलाइन सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) में इस्तेमाल किए जाएंगे.
अधिकारियों के अनुसार यह प्रश्नों के एंक्रिप्शन और जंबलिंग दोनों को सुरक्षित करेगा. बता दें कि एंक्रिप्शन के जरिये डाटा को कोड में परिवर्तित किया जाता है और जंबलिंग में सवालों को मिला दिया जाता है. कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सीईटी में यह उपकरण धोखेबाजों को चकमा देने के लिए डिजाइन किया गया है. उम्मीदवारों को एहसास होगा कि वे दीवारों और खिड़कियों पर चढ़कर कुछ हासिल नहीं कर सकेंगे.
नकल या धोखाधड़ी रोकने के लिए लागू होगा सीईटी
उन्होंने बिहार के एक स्कूल से वायरल हुई तस्वीर, जिसमें पुरुषों को परीक्षा केंद्र की दीवार से छेड़छाड़ करते हुए दिखाया गया था और खिड़की के जरिए चिट पास कर रहे थे, इसके संदर्भ में कहा कि अब यह संभव नहीं हो सकेगा. कार्मिक विभाग के सचिव सी. चंद्रमौली के अनुसार यह उपकरण ऑनलाइन परीक्षा प्रश्नपत्र की नकल/ धोखाधड़ी या लीक के खिलाफ पूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगा. यह एल्गोरदिम सुनिश्चित करेगा कि हर उम्मीदवार को अलग-अलग प्रश्नपत्र मिले और हर प्रश्नपत्र में सवालों की संख्या जंबल्ड यानी मिलीजुली होगी.
प्रस्ताव है कि सीईटी को नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी द्वारा कराया जाना चाहिए. नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनआरए) एक यूनिवर्सल बॉडी है जो ग्रुप बी और सी के पदों के लिए प्रवेश स्तर की परीक्षाएं आयोजित करती है. इसमें स्टाफ सेलेक्शन कमीशन, रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड और इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सेलेक्शन शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भर्ती एजेंसी द्वारा आयोजित परीक्षाओं के स्कोर तीन साल के लिए मान्य होंगे.
इससे नॉन गजेटेड नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को बार-बार नौकरी के लिए आवेदन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और इससे भर्ती परीक्षा आयोजित करने का खर्च व समय भी बचेगा. चंद्रमौली ने कहा किए सीईटी लांच होने के बाद भर्ती प्रक्रिया में लगने वाला समय 12-18 महीने से घटकर 3-4 महीने हो जाएगा.
भारत में हर साल करोड़ों लोग करते हैं सरकारी नौकरी के लिए आवेदन
परीक्षा देने से लेकर पोस्टिंग पाने तक की प्रक्रिया करीब तीन महीने में पूरी कर ली जाएगी. फिलहाल अलग-अलग एजेंसियों द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के लिए करीब 2.5 करोड़ उम्मीदवार हर साल औसतन 1.25 लाख नौकरियों के लिए आवेदन करते हैं या भर्ती प्रक्रिया में शामिल होते हैं.