झारखंड में सियासी गहमागहमी के बीच राष्ट्रपति शासन की संभावना बढ़ी
By एस पी सिन्हा | Published: January 30, 2024 03:11 PM2024-01-30T15:11:03+5:302024-01-30T15:16:21+5:30
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने तीनों को राजभवन तलब किया है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दो दिनों से सामने नही आए हैं और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन प्रदेश के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुला ली है।
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लापता हैं। इसको लेकर रांची से दिल्ली तक हलचल मचा हुई है। ईडी की टीम 29 जनवरी, सोमवार देर रात तक दिल्ली में उनके आवास और अन्य ठिकानों पर उनकी तलाश करती रही। दूसरी तरफ झामुमो ने दावा किया कि मुख्यमंत्री निजी काम से दिल्ली गए हैं और मंगलवार को लौट आएंगे। इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तो सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान किया है कि 40 घंटे से लापता सोरेन को ढूंढ़ने वाले को वह अपनी ओर से 11,000 रुपए का इनाम देंगे।
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा है कि हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसियों के डर के मारे पिछले करीब 40 घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं। इसके आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर रहे हैं। यह न सिर्फ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि झारखंड की साढ़े 3 करोड़ जनता की सुरक्षा, इज्जत, मान-सम्मान भी खतरे में है।
बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा है कि जो कोई भी बिना विलंब हमारे इस होनहार मुख्यमंत्री को सकुशल खोज कर लाएगा, उसे मेरी तरफ से 11 हजार रुपए का इनाम दिया जायेगा। इस बीच झारखंड में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच राज्य के मुख्य सचिव एल ख्यांगते, गृह सचिव अविनाश कुमार और डीजीपी अजय कुमार सिंह आनन फानन में राजभवन पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने तीनों को राजभवन तलब किया है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दो दिनों से सामने नही आए हैं और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन प्रदेश के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुला ली है। दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की सूरत में राज्य में संवैधानिक संकट जैसी स्थिति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, इन सब स्थितियों को देखते हुए राज्यपाल के स्तर से काफी सक्रियता देखी जा रही है।
रांची में राज्यपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि हम भी मुख्यमंत्री के रिस्पॉन्स की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राज्य में सत्ताधारी दलों के नेता कार्यकर्ताओं का रवैया ठीक नहीं है और कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल प्रदेश की संवैधानिक स्थिति और कानून व्यवस्था को लेकर तमाम पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्य सचिव एल. खियांग्ते, गृह सचिव अविनाश कुमार और डीजीपी अजय कुमार से अलग अलग मसलों पर बात किया है। मुख्य सचिव से जहां संवैधानिक स्थिति पर राज्यपाल ने बात किया है, वहीं गृह सचिव से कानून व्यवस्था के हालात और डीजीपी से पुलिस प्रशासन की तैयारियों पर बात किया है।
इस बीच रांची में बढ़ती राजनीतिक सरगर्मी को देखते हुए मंगलवार को रांची के तीन मुख्य जगहों पर रांची प्रशासन ने धारा 144 लगा दी गई है। रांची में मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और ईडी क्षेत्रीय कार्यालय के 100 मीटर दायरे में धारा 144 लागू है। वही, रांची के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि शहर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से तीन मुख्य जगहों पर एसडीएम द्वारा धारा 144 लागू कर दी गई है। सब जगह पर मजिस्ट्रेट पुलिस फोर्स और सिटी एसपी लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि अगर वह 100 मीटर के दायरे में आते हैं तो कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं, एसएसपी ने कहा कि उन्हें भी मुख्यमंत्री के आने की कोई सूचना नहीं है। हेमंत सोरेन के घर से ईडी ने 36 लाख रुपये जब्त किए गए हैं। इसके अलावा ईडी ने उनकी बीएमडब्ल्यू कार और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं। अब तक ईडी को यह पता नहीं चल पाया है कि हेमंत सोरेन कहां हैं?