नई दिल्ली: दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर पिछले 66 दिनों से पंजाब व हरियाणा के किसान तीन नए कृषि कानून के खिलाफ डटे हुए हैं। सिंघु बॉर्डर पर चल रहे इस किसान आंदोलन को लेकर रिपोर्टिंग कर रहे दो युवा पत्रकार मनदीप पुनिया व धर्मेंद्र सिंह को दिल्ली पुलिस ने शनिवार शाम में गिरफ्तार कर लिया है।
हालांकि, मिल रही जानकारी के मुताबिक, धर्मेंद्र सिंह से शपथपत्र भरवाने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया है। दिल्ली पुलिस ने काफी देर तक अपनी तरफ से इस मामले में जानकारी नहीं दी है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। लेकिन, बाद में एक वरिष्ठ पत्रकार हरतोष सिंह बल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें बताया कि मनदीप के खिलाफ एफआईआर संख्या 52/21 अलीपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज है। उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
पत्रकार हरतोष सिंह बल ने ट्वीट कर ये जानकारी दी-
पत्रकार हरतोष सिंह बल ने ट्वीट में यह भी बताया कि यह मामला पुनिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 332, 353 के तहत दर्ज किया गया है। इसके साथ ही अपने ट्वीट में बल ने कहा कि मनदीप की रिहाई के लिए अब आगे कानूनी प्रक्रिया में जो भी मदद संभव होगा वह करेंगे।
बता दें कि मनदीप को बुरी तरह से घसीटते हुए दिल्ली पुलिस आंदोलन स्थल से शनिवार शाम में ले गई थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगा था। जब पत्रकारों ने अलीपुर थाने में पता करने का प्रयास किया था तो पुलिस ने वह कहां है इस बारे में जानकारी होने से इनकार कर दिया था। अब मिल रही जानकारी के मुताबिक मनदीप को कोर्ट में पेश किया गया।
कई सारे पत्रकार इस दौरान कोर्ट पहुंचे हुए थे। कोर्ट में पेश करने के बाद मनदीप को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान पत्रकार की तरफ से कोई वकील कोर्ट में नहीं मौजूद थे। मनदीप के लॉयर ने कहा कि उन्हें बताया गया था कि 2 बजे पेश किया जाएगा लेकिन उससे पहले ही पेश कर दिया गया।
पत्रकार ने किसानों के खिलाफ हिंसा कर रहे लोगों का भाजपा कनेक्शन होने का किया था दावा
दरअसल, पिछले दिनों सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर स्थानीय नागरिक होने का दावा करते हुए पत्थरबाजी कर दिया था। इस दौरान दर्जनों की संख्या में ये सभी लोग हाथों में डंडा व पत्थर लेकर यहां पहुंचे थे।
इसके बाद प्रदर्शनकारी व दिल्ली की तरफ से पहुंचे दर्जनों लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना में तलवार लगने से एक एसएचओ भी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद मनदीप ने वीडियो जारी कर दावा किया था कि जो लोग स्थानीय होने का दावा करके किसानों पर हमला कर रहे थे, वह स्थानीय नहीं बल्कि भाजपा नेता थे।
अपने वीडियो में मनदीप पुनिया ने हिंसक झड़प में शामिल लोगों की तस्वीर व वीडियो जारी कर उनके भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा किया था। इनमें से एक को स्थानीय भाजपा पार्षद का पति भी बताया था।
ऐसे में सोशल मीडिया पर इस गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कई पत्रकारों ने कहा है कि मनदीप ने किसानों पर हमला करने वाले लोगों के भाजपा कनेक्शन को सामने लाया था, इसलिए संभव है कि उनपर इस वजह से कार्रवाई की जा रही है।