लाइव न्यूज़ :

रामचरितमानस विवाद पर विधानसभा में बोले योगी आदित्यनाथ, कहा- ताड़ना का मतलब देखने से होता है

By राजेंद्र कुमार | Updated: February 25, 2023 17:15 IST

सदन में मुख्यमंत्री योगी ने रामचरितमानस में लिखे ताड़ना शब्द का अर्थ बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस ग्रंथ ने सदियों से हिंदू समाज को एकजुट रखा है। आज उनका अपमान हो रहा है।

Open in App
ठळक मुद्देरामचरितमानस विवाद पर विधानसभा में योगी ने दिया जवाबकहा- ताड़ना का मतलब देखने से होता हैकहा- शूद्र का मतलब श्रमिक से है किसी जाति से नहीं

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस में लिखी कुछ पंक्तियों को लेकर हो रहे विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सदन में बोले। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे धर्मग्रंथों की गलत व्याख्या कर हिंदुओं को अपमानित किया जा रहा है। तुलसीदास रचित रामचरितमानस को फाड़ने का काम किया गया है। फिर उन्होंने कहा कि अवधी और बुंदेलखंडी में लिखे गए शब्द 'ताड़ना' का अर्थ देखना होता है किसी को मारना नहीं। इसी प्रकार रामचरितमानस जैसे ग्रंथ में लिखे गए शब्द 'शूद्र' का भी गलत अर्थ निकाला गया है। शूद्र का मतलब श्रमिक से है किसी जाति से नहीं।

सदन में मुख्यमंत्री योगी ने रामचरितमानस में लिखे ताड़ना शब्द का अर्थ बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस ग्रंथ ने सदियों से हिंदू समाज को एकजुट रखा है। आज उनका अपमान हो रहा है। अगर यही बातें किसी अन्य धर्म ग्रंथों के बारे में कही गई होतीं तो न जाने क्या हो जाता। आज जिसकी मर्जी आए वो हिंदुओं को अपमानित कर रहा है।

रामचरितमानस को फाड़ने का काम किया गया। अगर यही किसी अन्य धर्म के ग्रंथ के साथ किया गया होता तो न जाने क्या हो जाता। यह कहते हुए मुख्यमंत्री योगी ने एक घटना का जिक्र किया। उन्होने कहा कि मैं मॉरीशस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए गया था। मैंने उनसे पूछा कि आपके पास भारत से लाई गई कोई धरोहर है तो उन्होंने रामचरितमानस दिखाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म चित्रकूट में हुआ था। हमें इस बात का गर्व करना चाहिए कि यूपी राम की धरती है, कृष्ण की धरती है। संगम की धरती है लेकिन ग्रंथों में लिखे शब्दों की गलत व्याख्या कर हिंदुओं का अपमान किया जा रहा है। यह शर्मनाक है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि विरासत में सत्ता तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है।

टॅग्स :योगी आदित्यनाथउत्तर प्रदेशलखनऊअखिलेश यादव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतUP: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में नोएडा पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर, राज्य में दस माह में 1.27 करोड़ लोगों का चालन, इनमें एक भी पुलिसवाला नहीं

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा