भारतीय जनता पार्टी (BJP) नरेंद्र के विकल्पों पर काम करना शुरू कर चुकी है। इसके संकेत यूपी चुनावों के पहले ही मिल चुके थे। लेकिन अब इन संकेतों को बल मिल रहा है। गुजरात-हिमाचल जीतने के बाद बीजेपी का टारगेट कर्नाटक है। देश में यही एक बड़ा राज्य बचा है जिसमें अब भी कांग्रेस सत्ता में है। अगर बीजेपी सत्ता में आने में सफल होती है तो कांग्रेस मुक्त भारता का उनका सपना पूरा हो जाएगा।
इस सपने को पूरा करने के लिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुना है। इसमें कोई शक नहीं कि पीएम मोदी भी वहां सक्रिय हैं। लेकिन कन्नड़ लोगों में बीजेपी विचारधारा के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी शायद योगी को दी गई है, क्योंकि उन्होंने अपने पहले भाषण में कहा, "कांग्रेस टीपू सुल्तान की पूजा की करती है, हनुमान की नहीं।"
आप हालिया चुनाव प्रचारों को देखेंगे तो पाएंगे योगी बीजेपी की विचारधारा के प्रचार में मोदी से ज्यादा मुखर हैं। मोदी तमाम आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच भी धार्मिक विषयों पर बोलने से बचते हैं। लेकिन योगी खुलकर हिन्दू धर्म और उसे मजबूत करने की बात करते हैं।
योगी ने गुजरात के जिन इलाकों में अपनी रैलियां की वहां पार्टी के हाथ जीत ही लगी है। अब गुजरात के बाद योगी ने कर्नाटक का रुख कर लिया है। कर्नाटक में अगले साल विधानसभा का चुनाव होना है जिसको देखते हुए पार्टी प्रचार के लिए वह वहां गए हुए हैं।
PM मोदी के बाद योगी हैं प्रचार का चेहरा
नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से उनके तेवर बदल गए हैं। वरिष्ठ नेताओं को साइड-लाइन कर दिया गया है। कर्नाटक में प्रचार के लिए राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी के ऊपर योगी को तरजीह दी जा रही है। योगी कट्टर हिन्दू धवि के नेता हैं। वह खुद को उसी छवि के साथ जनता के सामने प्रस्तुत भी कर रहे हैं। बतौर सीएम उनको दूसरे राज्यों में भी पसंद किया जा रहा है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
हाल ही में सीएम योगी कर्नाटक के हुबली शहर पहुंचे। यहां उन्होंने सिद्धरमैया सरकार पर प्रहार किया और कहा कि जिस तरह हिंदुओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है वह ‘अराजकता की दशा’ को दर्शाता है। उन्होंने कांग्रेस पर 18 वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के प्रति सम्मान प्रर्दिशत कर भारत की समृद्ध परंपरा को अपमानित करने का आरोप लगाया। आदित्यनाथ ने कर्नाटक को हनुमान की जमीन बताते हुए और विजयनगर साम्राज्य का जिक्र करते हुए कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस हनुमान और विजयनगर की पूजा करने के बजाय टीपू सुल्तान की पूजा कर रही है। योगी के सीएम बनने के बाद भी अक्रामक तेवर बरकरार हैं।