Year Ender 2023: वो मशहूर हस्तियां जिन्होंने साल 2023 में दुनिया को कहा अलविदा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: December 29, 2023 04:04 PM2023-12-29T16:04:01+5:302023-12-29T16:07:11+5:30
इस साल विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाली कई मशहूर शख्सियतों ने दुनिया को अलविदा कह दिया। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कुछ मशहूर लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस साल सबको रुला कर चले गए।
Year Ender 2023: साल 2023 अब बीतने को है। नए साल के स्वागत से पहले ये समय है एक बार पीछे मुड़कर देखने का। इस साल विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाली कई मशहूर शख्सियतों ने दुनिया को अलविदा कह दिया। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कुछ मशहूर लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस साल सबको रुला कर चले गए।
शरद यादव
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का 12 जनवरी को निधन हो गया। शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों को संभाला। 2003 में, यादव जनता दल यूनाइटेड जद (यू) के अध्यक्ष बने। 2009 में, शरद यादव फिर से मधेपुरा से लोकसभा के लिए चुने गए। लेकिन 2014 के आम चुनावों में जद (यू) की हार के बाद, यादव के नीतीश कुमार के साथ संबंधों में खटास आ गई। बाद में, शरद यादव ने नीतीश कुमार से नाता तोड़ लिया और 2018 में अपनी पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) की स्थापना की। मार्च 2022 में एलजेडी का राष्ट्रीय जनता दल में विलय हो गया।
सतीश कौशिक
9 मार्च 2023 को मशहूर बॉलीवुड अभिनेता और निर्देशक सतीश कौशिक का निधन हो गया। अभिनेता, कॉमेडियन, स्क्रिप्ट राइटर, निर्देशक और निर्माता रहे सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा में हुआ था। फिल्म अभिनेता के रूप में आम लोगों के बीच सतीश कौशिक को पहचान 1987 में आई फिल्म 'मिस्टर इंडिया' के कैलेंडर किरदार से मिली। सतीश कौशिक को 1990 में राम लखन के लिए और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। उनकी मौत को लेकर विवाद भी हुआ। दिवंगत अभिनेता के दोस्त की पत्नी ने अपने पति पर सतीश कौशिक की हत्या का शक जताया और मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा। सतीश कौशिक अपने दोस्त विकास मालू के फॉर्म हाउस पर आयोजित पार्टी में शामिल हुए थे। यहीं उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते वक्त निधन हो गया।
सलीम दुरानी
भारत के पूर्व क्रिकेटर सलीम दुरानी का 2 अप्रैल को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। काबुल में जन्मे क्रिकेटर बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और हिटिंग कौशल के लिए प्रसिद्ध थे। 29 टेस्ट मैचों में उन्होंने 75 विकेट लिए, जिसमें तीन बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। स्टार क्रिकेटर सलीम दुरानी ने 1973 में फिल्म चरित्र में प्रसिद्ध अभिनेत्री परवीन बाबी के साथ अभिनय भी किया था।
प्रकाश सिंह बादल
25 अप्रैल को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने दुनिया को अलविदा कहा। 95 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसंबर, 1927 को पंजाब के मलोट के पास अबुल खुराना में हुआ था। वह एक जाट सिख परिवार से थे। 1947 में, उन्हें 20 साल की उम्र में गांव के सरपंच के रूप में चुना गया। लाहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज से बीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद साल 1957 में, प्रकाश सिंह बादल पहली बार मलोट सीट से विधायक चुने गए, जहाँ उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। प्रकाश सिंह बादल ने पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने मोरारजी देसाई सरकार के दौरान केंद्रीय कृषि और सिंचाई मंत्री का पद भी संभाला।
ओमन चांडी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का 18 जुलाई को बेंगलुरु में निधन हो गया। चांडी 2004 से 2006 और 2011 से 2016 तक दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 27 साल की उम्र में 1970 में राज्य विधानसभा चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। उन्होंने लगातार 11 चुनावों में जीत हासिल की। मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के अलावा, चांडी ने विभिन्न मंत्रिमंडलों में चार बार मंत्री के रूप में कार्य किया और चार अलग-अलग अवसरों पर राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद संभाला।
बिशन सिंह बेदी
भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान बिशन बेदी का 77 साल की उम्र में 23 अक्टूबर को दिल्ली में निधन हो गया। बेदी ने 1967 से 1979 तक 67 टेस्ट और दस एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। बेदी का जन्म 1946 में अमृतसर में हुआ था। उन्होंने भारत के लिए 67 टेस्ट खेले और 266 विकेट लिए। उन्होंने पारी में 14 बार पांच विकेट और मैच में एक बार 10 विकेट चटकाने का कारनामा किया। वह भारतीय क्रिकेट के स्पिनरों की उस स्वर्णिम चौकड़ी का हिस्सा थे जिसमें उनके अलावा इरापल्ली प्रसन्ना, भागवत चंद्रशेखर और श्रीनिवास वेंकटराघवन शामिल थे। वह 1966 और 1978 के बीच एक दशक से अधिक समय तक भारत की गेंदबाजी इकाई का प्रमुख हिस्सा रहे। बेदी 1990 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दौरे के दौरान कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर थे। वह राष्ट्रीय चयनकर्ता होने के साथ मनिंदर सिंह और मुरली कार्तिक जैसे कई प्रतिभाशाली स्पिनरों के गुरु भी थे।