MP में यात्रा वाली सियासतः जिस दिन राहुल MP पहुंचेंगे उसी समय हितग्राहियों से मिलेंगे मुख्यमंत्री-मंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री शाह भोपाल में अभियान की करेंगे शुरुआत
By आकाश सेन | Published: February 23, 2024 04:26 PM2024-02-23T16:26:18+5:302024-02-23T16:31:44+5:30
भोपाल: लोकसभा चुनाव के लिए एमपी की 29 सीटों के लिए रण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने कमर कस ली है । एक तरफ जहां कांग्रेस राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा के जरिये लोकसभा चुनाव का शंखनाद करने की तैयारी में हैं। तो वही बीजेपी अपने संपर्क अभियान के जरिये जनता तक पहुंचने की तैयारी में है ।
भोपाल: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही ना हुआ हो । लेकिन एमपी में बीजेपी और कांग्रेस ने सियासी यात्राओं के जरिये जनता को लुभाने की तैयारी शुरु कर दी है । एक तरफ जहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2.0 चंबल के मुरैना से प्रदेश में प्रवेश करेगी । जहां राहुल गांधी जनता से बीच पहुंचकर न्याय की बात करेंगे । तो इसी बीच मध्यप्रदेश सरकार से लेकर बीजेपी के दिग्गज नेता हितग्राहियों के घर- घर दस्तक देकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से उनके जीवनशैली में आए बदलाव पर चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा को विफल करने के लिए बीजेपी ने बड़ी तैयारी की है। यही कारण है कि 2 मार्च बीजेपी ने फैसला लिया है कि जिस दिन राहुल गांधी मध्य प्रदेश में प्रवेश करेंगे ठीक उसी वक्त मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ सरकार के मंत्रियों से लेकर सांसद, विधायक और बीजेपी के बड़े नेता केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे हितग्राहियों के पास पहुंचेंगे।
कुल मिलाकर राहुल की यात्रा के पहले ही , बीजेपी ने राहुल की यात्रा को फ्लाप साबित करने के लिए ये तैयारी की है । तो वही कांग्रेस कि अपनी ही तैयारी है । कांग्रेस इस बार राहुल की यात्रा को लेकर अलग प्लान के साथ जनता के बीच जाने की तैयारी में है । यही कारण है कि ग्वालियर चंबल की जिम्मेदारी, जहां पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह संभाल रहे है । तो वही पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मालवा की जिम्मेदारी संभाल ली है । पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं पर निशाना साधने के साथ ही कार्यकर्ताओं को पूरे जोश के साथ राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने की बात कही ।
कुल मिलाकर मार्च माह की शुरुआत में ही प्रदेश के दोनों ही प्रमुख सियासी दल बीजेपी और कांग्रेस जनता के सामने मार्च निकालते नजर आएंगे । ऐसे में देखना बेहद दिलचस्प होगा कि बीजेपी और कांग्रेस के इस मार्च का कितना असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिलता है और जनता किसके लिए जीत का मार्ग प्रशस्त करती है ।