राजस्थानः अब पोषाहार गुणवत्ता में गड़बड़ी करने वालों की नहीं होगी खैर, मंत्री ममता भूपेश ने दिए जांच के आदेश
By रामदीप मिश्रा | Published: January 2, 2019 08:22 PM2019-01-02T20:22:02+5:302019-01-02T20:22:02+5:30
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने बताया कि महिला अधिकारिता एवं समेकित बाल विकास सेवा निदेशालय में रिक्त पदों को भर्ती के लिए अभ्यर्थना सम्बंधित एजेंसियों को भिजवाई जाएगी।
राजस्थान की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ममता भूपेश ने विभाग द्वारा पोषण कार्यक्रम के तहत बच्चों और महिलाओं को वितरित किए जाने वाले पोषाहार की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इसकी जांच करवाने के निर्देश हैं।
भूपेश बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। उन्होंने बताया कि उन्हें घटिया पोषाहार आपूर्ति की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिसकी जांच के लिए उन्होंने तीन सदस्यीय समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह समिति 15 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। अगर जांच में घटिया पोषाहार आपूर्ति की शिकायत को सही पाया गया, तो सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने बताया कि महिला अधिकारिता एवं समेकित बाल विकास सेवा निदेशालय में रिक्त पदों को भर्ती के लिए अभ्यर्थना सम्बंधित एजेंसियों को भिजवाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सरकार के विजन के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि प्रदेश की आंगनबाड़ियों को स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाया जाएगा ताकि लोगों में इनके प्रति आकर्षण पैदा हो सके और यहां मिलने वाली सुविधाओं से अधिक संख्या में बच्चे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने अधिकारियों को आंगनबाड़ियों के कायाकल्प के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि महिलाओं की सहायता के लिए एक वूमन हेल्पलाइन कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह कॉल सेंटर 24 घंटे और 365 दिन काम करेगा। इसकी खास बात यह होगी कि इसका संचालन भी महिलाओं द्वारा ही किया जाएगा।