भोपाल-रतलाम पेसेंजर ट्रेन में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, आरपीएफ के जवान ने की मदद
By बृजेश परमार | Published: December 15, 2022 09:18 PM2022-12-15T21:18:14+5:302022-12-15T21:18:14+5:30
महिला की मदद आरपीएफ के एक हेड़ कांस्टेबल ने की। जच्चा बच्चा दोनों को उज्जैन स्टेशन पर पर रेलवे के डॉक्टर ने जांच की उसके बाद दोनों को चरक शासकीय चिकित्सालय के लिए भेजा गया।
उज्जैन:भोपाल-रतलाम पेसेंजर ट्रेन के गुरुवार को उज्जैन पहुंचने से पूर्व उसमें सवार सुनीता पति जगदीश निवासी ब्यावरा जिला राजगढ़ ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। महिला उज्जैन प्रसुति के लिए आ रही थी और ट्रेन में बेरछा से सवार हुई थी। महिला की मदद आरपीएफ के एक हेड़ कांस्टेबल ने की। जच्चा बच्चा दोनों को उज्जैन स्टेशन पर पर रेलवे के डॉक्टर ने जांच की उसके बाद दोनों को चरक शासकीय चिकित्सालय के लिए भेजा गया।
गुरुवार को भोपाल–रतलाम ट्रेन में बेरछा से सुनीता पति जगदीश निवासी ब्यावरा अपनी रिश्तेदार मंजू के साथ सवार हुई थी। दोनों उज्जैन चरक अस्पताल के लिए आ रही थी। मंजू बाई के अनुसार ट्रेन में ही सुनीता को उज्जैन आने से पूर्व ही प्रसुति का दर्द होने लगा था। उज्जैन स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर जब ट्रेन पहुंचने वाली थी उसके पूर्व ही सुनीता को प्रसुति हो गई। मंजूबाई ने कई लोगों से मदद मांगी लेकिन कोई आगे नहीं आया।
चिल्लाकर मदद मांगने के दौरान ही प्लेटफार्म नंबर 5 पर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आगमन की ड्यूटी करने रतलाम से आए आरपीएफ के हेड कांस्टेबल अशोक पाल ने महिला से जानकारी ली और तत्काल स्टेशन प्रबंधन को इसकी सूचना दी। सूचना पर रेलवे के डॉ उमेश राय एवं उनके स्टाफ ने प्लेटफार्म पर पहुंचकर महिला को स्ट्रेचर उपलब्ध करवाते हुए जच्चा –बच्चा को नाड़ी से अलग किया।
डॉ राय के अनुसार डिप्टी एस एम ने उन्हे सूचना दी थी, जच्चा–बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बच्चे ने इस दौरान दुग्धपान (फिडिंग) भी की है। बाद में दोनों को उनकी सहयोगी महिला के साथ एम्बूलेंस से चरक अस्पताल भिजवाया गया है।