नई दिल्लीः आज से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। सदन में शीतकालीन सत्र से पहले पीएम ने अपने संबोधन में जी20 की मेजबानी मिलने को बड़ा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के पहले मिले थे। इसे 15 को आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए। हम अमृतकाल की यात्रा मे आगे बढ़ रहे हैं।
पीएम ने कहा कि ऐसे समय में देश को हिंदुस्तान को जी20 की मेजबानी का अवसर मिला है। विश्व समुदाय में जिस प्रकार से भारत का स्थान बना है। जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ीं हैं। जिस तरह से वैश्विक मंच पर भारत अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है। ऐसे समय में जी20 की मेजबानी मिलना बहुत बड़ा अवसर है।
पीएम ने कहा कि जी20 सिर्फ डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं, बल्कि यह समय के रूप में भारत के सामर्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत करने का अवसर है। इतना सामर्थ्य, इतनी बड़ी डेमोक्रेसी, को विश्व को बताने का अवसर है। पीएम ने सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जी20 को लेकर सभी दलों से चर्चा हुई है। सदन में इसकी प्रतिबिम्ब जरूर नजर आएगा। इस सत्र में वर्तमान परिस्थियों में देश के विकास को नई ऊंचाइयों में ले जाने को लेकर चर्चा होगा। सभी दल अपने विचारों से इसे समृद्ध करेंगे।
पीएम ने युवा सांसदों को उन्हें ज्यादा से ज्यादा बोलने के मौके देने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि जो पहली बार सदन में आए हैं, जो युवा सांसद हैं, उनके उज्ज्वल भविष्य को संवारने के लिए उन्हें ज्यादा अवसर दें। ताकी उनकी भागीदारी बढ़े।