पटना: बिहार की राजधानी पटना में राजद के द्वारा आयोजित किए गए दावत-ए-इफ्तार में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शिरकत किए जाने पर सियासत गर्मा गई है। सियासी हलकों में जारी तरह-तरह की अटकलों के बीच आज नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि वह भाजपा और आरएसएस से जुड़ी ताकतों से लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजद ने कभी आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों से कभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समझौता नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि हम छोटे लाभ और सुविधा की विचारधारा पर राय नहीं बनाते हैं। हम अधिकनायकवादी और गैर-संवैधानिक ताकतों से लड़े हैं और लड़ते रहेंगे, जो भाजपा, आरएसएस और एनडीए के काडर से जुड़े हैं। इसलिए विचारधारा में बदलाव का कोई सवाल ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इफ्तार और मकर संक्रांति (दही चूड़ा) पार्टी दो दशक से अधिक समय से करती आ रही है। हम हमेशा आम लोगों के साथ ही सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं को बुलाते रहे हैं। यह पूरी तरह से परंपरा से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है। इससे किसी को केवल शांति, भाईचारे और सद्भाव का संदेश निकालना चाहिए।
विपक्ष के नेता ने कहा कि हमने शुरुआत से साफ कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक मोड़ की कल्पना करना इस अवसर की पवित्रता को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि केवल उनके दल ने कभी भी अपनी विचारधारा और सिद्धांत से समझौता नहीं किया है।