WHO ने एक बार फिर की PM मोदी की तारीफ, कोरोना संकट के मद्देनजर सरकार के उठाए कदमों को बताया बेहतरीन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 2, 2020 07:05 PM2020-04-02T19:05:12+5:302020-04-02T19:05:40+5:30
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के लिए जारी किए गए 24 अरब डॉलर के पैकेज का स्वागत किया। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 80 करोड़ लोगों के लिए खाने का मुफ्त राशन देने और अगले 3 महीनों के लिए गरीबों के लिए जो कदम भारत सरकार ने लिए हैं वो काफी अच्छे हैं।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के खिलाफ भारत सरकार के कदमों को बेहतरीन बताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टी ए गेब्रेयेसस ने कहा है कि गरीबों के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो आर्थिक राहत पैकेज का एलान किया है वो इस संकट की घड़ी में बेहद काम आएगा। इसके साथ ही उन्होंने अन्य विकासशील देशों के लिए भारत को एक उदाहरण बताया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के लिए जारी किए गए 24 अरब डॉलर के पैकेज का स्वागत किया। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 80 करोड़ लोगों के लिए खाने का मुफ्त राशन देने और अगले 3 महीनों के लिए गरीबों के लिए जो कदम भारत सरकार ने लिए हैं वो काफी अच्छे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि विश्व की कई सरकारों ने सामाजिक कल्याण के लिए कुछ अच्छे कदम उठाए और ये सुनिश्चित किया कि उन लोगों को खाने-पीने और दूसरी जरूरी वस्तुओं की दिक्कत न हो जो इस संकट के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी झेल रहे हैं।
उन्होंने इसके लिए भारत का उदाहरण देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने 24 अरब डॉलर के पैकेज का एलान किया है। इसमें लोगों को खाने का मुफ्त राशन देने से लेकर 204 मिलियन गरीब महिलाओं को सीधा कैश ट्रांसफर करने जैसे फैसले बेहतरीन हैं। इसके अलावा अगले 3 महीनों के लिए देश के 8 करोड़ परिवारों के लिए मुफ्त कुकिंग गैस का सरकार का एलान लोगों को सीधा मदद पहुंचाएगा जिसकी इस संकट के समय में बहुत जरूरत थी।
My appreciation to Prime Minister @narendramodi for announcing a $24 billion package to support 🇮🇳's vulnerable populations during #COVID19 crisis, including:
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 2, 2020
-free food rations for 800M disadvantaged people
-cash transfers to 204M poor women
-free cooking gas for 80M households.
हालांकि उन्होंने कई विकासशील देशों के लिए कहा कि कई विकासशील देश इस तरह के सामाजिक कल्याण के कार्यक्रमों को लागू कर पाने में विफल साबित हो रहे हैं। लोगों की अच्छी देखभाल करने और आर्थिक ढांचे को ढहने से रोकने के लिए ऐसे देशों को कर्जों से मुक्ति पाने की बेहद बड़ी जरूरत है।
इससे पहले भी 23-24 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उम्मीद जताई थी कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई करे। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का भविष्य काफी हद तक इस बात से तय होगा कि भारत जैसे घनी आबादी वाले और बड़े मुल्क क्या कदम उठाते हैं।