Bihar vidhan sabha 2024 News: भाजपा नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव होंगे बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष, नामांकन के मौके पर सीएम नीतीश कुमार मौजूद
By एस पी सिन्हा | Published: February 13, 2024 02:28 PM2024-02-13T14:28:30+5:302024-02-13T14:33:20+5:30
Bihar vidhan sabha 2024 News: विपक्ष की तरफ से अगर उम्मीदवार नहीं खड़ा होता है तो सर्वसम्मति से नंदकिशोर यादव अध्यक्ष बन जाएंगे। वहीं, विपक्ष की तरफ से कोई खड़ा होता है तो फिर मतदान होगा।
Bihar vidhan sabha 2024 News: बिहार विधानसभा के नये अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने आज नामांकन किया। नामांकन के मौके पर उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। नंदकिशोर यादव ने आज सुबह 10:30 बजे अपना नामांकन किया। यदि महागठबंधन के तरफ से कोई नामांकन होता है तो फिर बाकी उम्मीदवारों का फैसला 15 फरवरी को होगा। उल्लेखनीय है कि 15 फरवरी को बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होना है। वहीं, विपक्ष की तरफ से अगर उम्मीदवार नहीं खड़ा होता है तो सर्वसम्मति से नंदकिशोर यादव अध्यक्ष बन जाएंगे। वहीं, विपक्ष की तरफ से कोई खड़ा होता है तो फिर मतदान होगा।
इस बीच नंदकिशोर यादव का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है। इधर, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने के बाद नंदकिशोर यादव ने कहा कि आप सभी के सहयोग की उम्मीद है। इसके लिए मैं केन्द्रीय नेतृत्व, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री का आभार प्रकट करता हूं और धन्यवाद देता हूं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज नामांकन दाखिल कर दिया है और 15 फरवरी को चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। बता दें कि 26 अगस्त 1953 को जन्मे नंदकिशोर यादव महज 16 साल की उम्र में ही भाजपा के मातृ संगठन से जुड़ गए। 1971 में यह विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य के रूप में उभरकर सामने आए और 1974 में आंदोलन के दौरान जेल भी गए।
नंदकिशोर यादव ने पटना नगर निगम के पार्षद के साथ-साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नेता प्रतिपक्ष तक की जिम्मेदारी निभाई। नंदकिशोर यादव सात बार से विधायक हैं और राज्य सरकार में पथ निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। 1983 से 90 तक भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री, कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर रहे।
1990-95 तक वे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे पार्टी के इकलौते ऐसे प्रदेश अध्यक्ष रहे जो अविभाजित और विभाजित बिहार, दोनों के प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर वे 1998 से 2003 तक रहे। नंदकिशोर यादव पटना साहिब से लगातार सातवीं बार विधायक हैं। पहला चुनाव उन्होंने 1995 में जीता।