Aman Sehrawat won bronze in Paris Olympics: पुरुषों के 57 किग्रा कुश्ती में अमन सहरावत भारत की उम्मीद बन गए। दिल्ली के रहने वाले छोरे ने कमाल कर दिया। 21 वर्षीय अमन सहरावत शुक्रवार को पेरिस 2024 ओलंपिक में पुरुषों के 57 किग्रा कांस्य पदक में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज़ को 13-5 से हराकर ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के 7वें पहलवान बन गए। अपना कांस्य पदक अपने दिवंगत माता-पिता और भारत को समर्पित किया। अमन ने कहा कि मेरे माता-पिता हमेशा चाहते थे कि मैं पहलवान बनूं। वे ओलंपिक के बारे में कुछ नहीं जानते थे लेकिन वे चाहते थे कि मैं पहलवान बनूं। मैं यह पदक अपने माता-पिता और देश को समर्पित करता हूं। अमन जब 11 वर्ष के थे, तब अपने माता-पिता को खो दिया। वह ओलंपिक में सबसे कम उम्र के भारतीय पदक विजेता बने।
WHO IS AMAN SEHRAWAT won bronze in Paris Olympics: अमन सहरावत कौन है?
अमन सहरावत एक युवा भारतीय पहलवान हैं, जिन्होंने कुश्ती जगत में विशेषकर पेरिस 2024 ओलंपिक में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। 16 जुलाई 2003 को हरियाणा के झज्जर में जन्मे अमन का जीवन शुरू में ही त्रासदी से भरा रहा। उन्होंने 11 साल की उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया।
अवसाद के कारण मां की मृत्यु हो गई और एक साल बाद पिता की मृत्यु हो गई। कठिनाइयों के बावजूद अमन को कुश्ती को नहीं छोड़ी। उन्होंने कोच ललित कुमार के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना शुरू किया। भारत ने अब 2008 के बाद से हर ओलंपिक खेलों में कुश्ती में पदक जीता है।