जब राजनीति में डूबे अरुण जेटली अपनी ही सगाई में जाना भूल गए, बाद में बनाया ये बहाना!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2019 02:56 PM2019-08-24T14:56:23+5:302019-08-24T14:56:23+5:30
अरुण जेटली ने साल 1979 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गिरधारी लाल डोगरा की बेटी संगीता से शादी की थी। उस वक्त तक दिल्ली के राजनीतिक हलकों में उनकी प्रतिभा के चर्चे शुरू हो चुके थे।
अरुण जेटली छात्र जीवन से ही राजनीति में पूरी तरह सक्रिय थे। जेपी आंदोलन में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। राजनीति में उनकी मशरूफियत का एक किस्सा काफी चर्चित है। एकबार तो वो अपनी सगाई में ही जाना भूल गए थे।
अरुण जेटली “कमिटी फॉर यूथ एंड स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन” के संयोजक थे। वो सम्मेलनों में भाग लेने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में जाते रहते थे।
कारवां की एक रिपोर्ट में उनकी महिला मित्र के हवाले से लिखा गया है कि जेटली इस कदर राजनीति में डूबे थे कि वे अपनी खुद की सगाई पर जाना भूल गए थे। वे दो-चार दिन बाद लौटे और उससे कहा कि उनके दोस्त उन्हें मीटिंग के लिए पटना ले गए थे।
अरुण जेटली ने साल 1979 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गिरधारी लाल डोगरा की बेटी संगीता से शादी की थी। उस वक्त तक राजधानी दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में उनकी प्रतिभा के चर्चे होने लगे थे। उनकी शादी में अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण अडवाणी के अलावा इंदिरा गांधी भी शामिल हुई थी।
गौरतलब है कि भाजपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को एम्स में निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। अस्पताल ने एक संक्षिप्त बयान में बताया कि जेटली ने दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर अंतिम सांस ली। वरिष्ठ बीजेपी नेता लम्बे समय से गम्भीर रूप से बीमार थे और उन्हें नौ अगस्त से ECMO और IABP सपोर्ट पर रखा गया था।