West Bengal: "सुवेंदु अधिकारी ने सिख आईपीएस अफसर को 'खालिस्तानी' कहा", बंगाल पुलिस ने आरोप लगाते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू करने की बात कही
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 21, 2024 10:12 AM2024-02-21T10:12:05+5:302024-02-21T10:19:25+5:30
पश्चिम बंगाल पुलिस ने बीते मंगलवार को दावा किया कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक सिख पुलिस अधिकारी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें 'खालिस्तानी' कहकर संबोधित किया है।
उत्तर 24 परगना:पश्चिम बंगाल पुलिस ने बीते मंगलवार को दावा किया कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक सिख पुलिस अधिकारी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें 'खालिस्तानी' कहकर संबोधित किया है।
बंगाल पुलिस ने सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये पोस्ट की एक श्रृंखला में इस घटना को लेकर बेहद नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी की सिख आईपीएस अधिकारी के खिलाफ की गई टिप्पणी दुर्भावनापूर्ण, नस्लीय, सांप्रदायिक रूप से उकसाने वाला और एक आपराधिक कृत्य है।
We, the West Bengal Police fraternity, are outraged to share this video, where one of our own officers was called ‘Khalistani’ by the state's Leader of the Opposition. His ‘fault’: he is both a proud Sikh, and a capable police officer who was trying to enforce the law…(1/3)
— West Bengal Police (@WBPolice) February 20, 2024
इसके साथ ही बंगाल पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी व्यक्ति की धार्मिक पहचान पर अकारण, अस्वीकार्य हमला किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। इसलिए भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ वो कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू करने जा रही है।
बंगाल पुलिस ने 'एक्स' पर किये पोस्ट की एक श्रृंखला में कहा, "हम पश्चिम बंगाल पुलिस इस वीडियो को साझा करने से नाराज हैं, जहां हमारे ही एक अधिकारी को राज्य के विपक्ष के नेता द्वारा 'खालिस्तानी' कहा गया है। वह एक गौरवान्वित सिख और सक्षम पुलिस अधिकारी हैं, जो कानून लागू करने की कोशिश कर रहे थे। यह टिप्पणी जितनी दुर्भावनापूर्ण और नस्लीय है, उतनी ही सांप्रदायिक रूप से भड़काने वाली भी है। यह एक आपराधिक कृत्य है। हम भड़काने के उद्देश्य से किसी व्यक्ति की धार्मिक पहचान और विश्वास पर अकारण, अस्वीकार्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं और लोगों को हिंसा करने के साथ कानून तोड़ने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रहे हैं।''
Stern legal action is being initiated. (3/3)#Honourandduty#WBPpic.twitter.com/ucHCZTLFvk
— West Bengal Police (@WBPolice) February 20, 2024
इस बीच इस घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सीएम बनर्जी ने कहा है कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने बेशर्मी से संवैधानिक सीमाओं को लांघ दिया है।
ममता बनर्जी ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये पोस्ट में कहा, "आज, भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को बेशर्मी से लांघ दिया है। भाजपा के अनुसार पगड़ी पहनने वाला हर व्यक्ति खालिस्तानी है। मैं अपने बलिदान और दृढ़ संकल्प के लिए पूजनीय हमारे सिख भाइयों और बहनों की प्रतिष्ठा को कमजोर करने के इस दुस्साहसिक प्रयास की कड़ी निंदा करता हूं। हम बंगाल के सामाजिक सौहार्द की रक्षा के लिए दृढ़ हैं और इसे बाधित करने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सख्त कानूनी कदम उठाएंगे।''
Today, the BJP';s divisive politics has shamelessly overstepped constitutional boundaries. As per @BJP4India every person wearing a TURBAN is a KHALISTANI.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 20, 2024
I VEHEMENTLY CONDEMN this audacious attempt to undermine the reputation of our SIKH BROTHERS & SISTERS, revered for their… pic.twitter.com/toYs8LhiuU
ममता बनर्जी के इतर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बीजेपी की नफरत के जहर ने उन्हें इतना अंधा कर दिया है कि वे न तो किसान देख सकते हैं, न जवान देख सकते हैं और न ही खाकी वाले अधिकारी का सम्मान कर सकते हैं।
राहुल गांधी ने एक्स पर कहा, "भाजपा की 'नफरत की खेती' द्वारा फैलाए गए जहर ने हमारे 'राजनीतिक बाज़ार' को कलंकित कर दिया है, जो लोग इस जहर से अंधे हो गए हैं वे न तो किसान देख पा रहे हैं, न जवान, न ही खाकी का सम्मान। देश आईपीएस जसप्रीत सिंह के साथ खड़ा है।''
Today, the BJP';s divisive politics has shamelessly overstepped constitutional boundaries. As per @BJP4India every person wearing a TURBAN is a KHALISTANI.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 20, 2024
I VEHEMENTLY CONDEMN this audacious attempt to undermine the reputation of our SIKH BROTHERS & SISTERS, revered for their… pic.twitter.com/toYs8LhiuU
घटना के संबंध में एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा, "धमाखाली में धारा 144 लागू करने के लिए हमारे पास एक पुलिस बल था। इसका नेतृत्व खुफिया शाखा के एसएसपी आईपीएस जसप्रीत सिंह कर रहे थे। धमाखाली में पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुभेंदु अधिकारी सहित कई विधायक मौजूद हैं। उन्होंने पुलिस के साथ विवाद किया। जिसमें सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस अधिकारी को खालिस्तानी कहा, जो किसी राजनीतिक नेता को शोभा नहीं देता। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। इस गंभीर टिप्पणी के लिए हम उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।''