नई दिल्ली, 21 मार्च। यूं तो पश्चिम बंगाल मीठे स्वाद यानी रसगुल्ला के लिए काफी मशहूर है लेकिन अब वह सबसे ज्यादा भिखारियों की फेहरिस्त में नंबर वन पोजिशन पर है। इस फेहरिस्त में उत्तर प्रदेश दूसरे जबकि बिहार तीसरे नंबर पर है। यह डाटा केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने लोकसभा में मंगलवार को पेश किया।
केंद्रीय मंत्री द्वारा पेश किए इस डाटा के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में कुल 81224 भिखारी है वहीं उत्तर प्रदेश में 65835 जबकि बिहार में 29723 भिखारी है। वहीं इस लिस्ट में सबसे कम भिखारी लक्षदीप में है। लक्षदीम में कुल 2 भिखारी है।
भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मोदी सरकार ने भिखारियों को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। सरकार चाहती है कि देश के भिखारी के पास खुद का रोजगार हो।