वेतन वृद्धि को लेकर बंगाल में पारा शिक्षकों ने तेज किया विरोध, सीएम ममता के कालीघाट आवास की बढ़ी सुरक्षा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 18, 2021 13:45 IST2021-02-18T13:44:39+5:302021-02-18T13:45:52+5:30
वेतन वृद्धि की मांग: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के आसपास नियमित रूप से तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

विपक्षी भाजपा और वाम मोर्चा ने तृणमूल कांग्रेस पर पारा शिक्षकों की मांग को अनसुना करने का आरोप लगाया है।
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव है। पारा शिक्षकों के एक समूह ने वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज कर दिया है।
पारा शिक्षकों ने विरोध का एक नया तरीका अपनाया है। आदि गंगा में उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आदि गंगा के किनारे सात जगह पर पुलिस पिकेट बिठाए गए हैं।
कोलकाता पुलिस आपदा प्रबंधन की दो नौकाएं भी तैनात
सीएम बनर्जी के आवास के पास नहर में गश्त करने के लिए कोलकाता पुलिस आपदा प्रबंधन की दो नौकाएं भी तैनात की गई हैं। शिक्षक मंगलवार से प्रदर्शन कर रहे हैं। गले में प्लेकार्ड डालकर नदी में उतर गए हैं। नदी के रास्ते सीएम के घर का रुख करने की कोशिश की है। अधिकारी ने कहा कि कालीघाट में बनर्जी के आवास के बाहर अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
भाजपा के एक नेता ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता मिली तो राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति में कथित अनियमितता की छानबीन के लिए एक जांच आयोग बनाया जाएगा।
पांच पारा शिक्षक मंगलवार को ढीली सुरक्षा व्यवस्था में घुस गए थे
पांच पारा शिक्षक मंगलवार को ढीली सुरक्षा व्यवस्था में घुस गए थे और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए बनर्जी के आवास के पास 100 मीटर की दूरी पर टोली नाला के पानी में कूद गए थे । सात लोगों को गिरफ्तार किया गया लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया।
70 दिन से अधिक समय से महानगर में धरना दे रहे हैं
संविदा शिक्षक तत्काल वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 70 दिन से अधिक समय से महानगर में धरना दे रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में अनुबंध पर भर्ती शिक्षकों का एक समूह अपने हाथों में पोस्टर लेकर कालीघाट इलाके में बनर्जी के आवास के सामने स्थित नहर में खड़ा हो गया। यह बेहद कड़ी सुरक्षा वाला इलाका है।
उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस और आपदा प्रबंधन कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता पुलिस आयुक्त सौमेन मित्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया।
सत्ता में आने पर शिक्षकों की भर्ती में अनियमितता की जांच करवाएंगे : पश्चिम बंगाल भाजपा
भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि 2014 के बाद से शिक्षकों की भर्ती में अंशमात्र भी पारदर्शिता नहीं बरती गयी और इस सप्ताह जारी मेधा सूची भी अपवाद नहीं है। पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने 15,284 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सोमवार को मेधा सूची जारी की थी। बोर्ड ने पूर्व में 16,500 पदों के लिए भर्ती की घोषणा की थी।
(इनपुट एजेंसी)