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उत्तराखंड के टिहरी में भारी बारिश, पुश्ते का मलबा मकान पर गिरा, तीन की मौत, देहरादून के घरों में भरा पानी

By भाषा | Updated: July 31, 2020 16:13 IST

धर्म सिंह पुत्र अंकित सिंह (19), पुत्री विनीता (28) और एक रिश्तेदार की पुत्री नीलम (22) मलबे में दब गए। घटना के बाद जनता में सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की कार्य प्रणाली के खिलाफ रोष बना हुआ है। जिलाधिकारी घिल्डियाल ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं।

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ठळक मुद्देटिहरी के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिंडोलाखाल में बृहस्पतिवार रात्रि से ही मूसलाधार बारिश हो रही है।बारिश के कारण शुक्रवार तडके करीब चार बजे आल वेदर का पुश्ता भरभरा कर खेड़ागाड़ गांव के धर्म सिंह के मकान के ऊपर जा गिरा। मामले में तकनीकी जांच के निर्देश दिए गए हैं और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

देहरादून/ नई टिहरीः उत्तराखंड के टिहरी जिले में शुक्रवार तडके भारी बारिश के कारण ऋषिकेश-चंबा-गंगोत्री राजमार्ग पर हिंडोलाखाल के पास ऑल वेदर परियोजना के एक पुश्ते का मलबा एक दो मंजिला मकान पर गिर गया।

इस हादसे में मलबे में दबकर दो युवतियों समेत तीन लोगों की मृत्यु हो गयी। खेड़ागाड़ गांव में हुई दुर्घटना की सूचना मिलने पर आपदा प्रबंधन और तहसील प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और तलाश तथा बचाव अभियान चलाकर किसी तरह शवों का मलबे से बाहर निकाला।

टिहरी के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिंडोलाखाल में बृहस्पतिवार रात्रि से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश के कारण शुक्रवार तडके करीब चार बजे आल वेदर का पुश्ता भरभरा कर खेड़ागाड़ गांव के धर्म सिंह के मकान के ऊपर जा गिरा।

इस दौरान वहां सो रहे धर्म सिंह पुत्र अंकित सिंह (19), पुत्री विनीता (28) और एक रिश्तेदार की पुत्री नीलम (22) मलबे में दब गए। घटना के बाद जनता में सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की कार्य प्रणाली के खिलाफ रोष बना हुआ है। जिलाधिकारी घिल्डियाल ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं।

उपजिलाधिकारी युक्ता को जांच सोंपी गई है। उन्हें मामले में तकनीकी जांच के निर्देश दिए गए हैं और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इस बीच, देहरादून में भी बीती रात हुई मूसलाधार बारिश से रिस्पना नदी में उफान आ गया और उससे लगे निचले इलाकों, शिवपुरी और भगतसिंह कालोनी में घरों में पानी भर गया।

राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने इन इलाकों में पहुंचकर बचाव अभियान चलाया और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। इसके अलावा, देहरादून के अन्य कई इलाकों जैसे नेहरू ग्राम और क्लेमेंटाउन से सटे इलाकों में भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

टॅग्स :भारतीय मौसम विज्ञान विभागमौसममौसम रिपोर्टउत्तराखण्डत्रिवेंद्र सिंह रावत
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