दिल्ली में मौसमः ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, अक्टूबर का महीना पिछले 58 वर्षों में सर्वाधिक ठंडा, जानिए क्या है कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 31, 2020 04:23 PM2020-10-31T16:23:18+5:302020-10-31T16:23:18+5:30
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार इस साल अक्टूबर में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1962 के बाद अक्टूबर महीने में सबसे कम तापमान है।
नई दिल्लीः मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष दिल्ली में अक्टूबर का महीना पिछले 58 वर्षों में सर्वाधिक ठंडा रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार इस साल अक्टूबर में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1962 के बाद अक्टूबर महीने में सबसे कम तापमान है।
दिल्ली में अक्टूबर महीने में सामान्य रूप से औसत तापमान 19.1 सेल्सियस रहता है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो करीब तीन दशक में अक्टूबर महीने में सबसे कम तापमान था। इससे पहले दिल्ली में 1994 में इतना कम तापमान दर्ज किया गया था।
आईएमडी के आकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 31 अक्टूबर 1994 को 12.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। आईएमडी ने कहा कि साल के इस समय सामान्य तौर पर न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री सेल्सियस रहता है।
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आकाश में बादल नहीं छाए होना तापमान में कमी का एक मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब तक का सबसे कम तापमान 31 अक्टूबर 1937 को 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’, अगले दो दिन में सुधार की संभावना
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है लेकिन शनिवार सुबह यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही, वहीं एक सरकारी पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा है कि हवा की अनुकूल गति के कारण अगले कुछ दिन में प्रदूषण की स्थिति में सुधार हो सकता है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 9.30 बजे 369 मापा गया। शुक्रवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 374 रहा। बृहस्पतिवार को यह 395, बुधवार को 297, मंगलवार को 312 और सोमवार को 353 दर्ज किया गया।
Delhi's air quality remains in the 'very poor' category; visuals from Nizamuddin and Sarai Kale Khan areas and Gazipur landfill pic.twitter.com/SEbAv9UFG6
— ANI (@ANI) October 31, 2020
जहांगीरपुरी में शनिवार को हवा की गुणवत्ता 412, मुंडका में 407 और आनंद विहार में 457 दर्ज की गयी, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में हैं। उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 2.5 प्रदूषक कणों में पराली जलाने की भागीदारी 19 प्रतिशत रही। ‘सफर’ के अनुसार बृहस्पतिवार को पराली जलाने की हिस्सेदारी 36 प्रतशित रही।
बुधवार को यह 18 प्रतिशत, मंगलवार को 23 प्रतिशत, सोमवार को 16 प्रतिशत, रविवार को 19 प्रतिशत और शनिवार को नौ प्रतिशत रही। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में इजाफा हुआ है और इससे दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। ‘सफर’ ने कहा कि हवा की रफ्तार भी बढ़ गयी है। इसके मद्देनजर सोमवार को वायु गुणवत्ता में थोड़े सुधार का अनुमान है और यह ‘खराब’ श्रेणी में आ सकती है।