पीएम मोदी ने ट्विट में लिखा, हमारा ग्रह और पर्यावरण बहुत अमूल्य है, बोले- पौधे को पेड़ बनाओ
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 5, 2019 02:14 PM2019-06-05T14:14:23+5:302019-06-05T14:14:23+5:30
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट एक वीडियो को रीट्वीट भी किया। ये वीडियो पीएम मोदी के केदारनाथ दर्शन के दौरान की है। वीडियो में वह कह रहे हैं कि सिर्फ पौधे लगाने से कुछ नहीं होगा, लोगों को उसे पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करनी होगी।
पर्यावरण को लेकर हर कोई चिंतित है। हर किसी को इस पर सोचना चाहिए। पर्यावरण है तो हम है। पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक और संवेदनशील करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विट में लिखा..."हमारा ग्रह और पर्यावरण बहुत अमूल्य है। #WorldEnvironmentDay के मौके पर हमें ये संकल्प लेना चाहिए कि हम इस ग्रह को स्वच्छ रखें। पर्यावरण के साथ मिलकर चलने पर ही हमें बेहतर भविष्य मिल सकता है।" उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ प्रेम और सौहार्द के साथ रहने से सुन्दर भविष्य का रास्ता खुलेगा।
माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः।
— Narendra Modi (@narendramodi) June 5, 2019
Our Planet and Environment is something we all cherish greatly. Today on #WorldEnvironmentDay, we reiterate our commitment to ensure a cleaner planet.
Living in harmony with nature will lead to a better future. pic.twitter.com/3V7yLD3d8U
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट एक वीडियो को रीट्वीट भी किया। ये वीडियो पीएम मोदी के केदारनाथ दर्शन के दौरान की है। वीडियो में वह कह रहे हैं कि सिर्फ पौधे लगाने से कुछ नहीं होगा, लोगों को उसे पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करनी होगी।
उन्होंने देशवासियों से कम से कम एक पौधा लगाकर उसके साथ अपनी सेल्फी सोशल मीडिया के माध्यम से मंत्रालय द्वारा शुरू किये गये हैशटेग ‘‘सेल्फी विद सैपलिंग’’ के साथ साझा करने की अपील की। उल्लेखनीय है कि इस साल पर्यावरण दिवस का मूलमंत्र ‘वायु प्रदूषण को परास्त’ करना है।
इस सेल्फी विद सापलिंग (पौधे लगाना) के ट्विट में प्रकाश जावड़ेकर ने वायु प्रदूषण के बारे में बात की और लोगों से इसे कम करने के लिए सुझाव मांगे। आगे बढ़ती ग्लोबल वॉर्मिंग के बारे में भी चिंता जताई।
ये कैंपेन अफरोज शाह से प्रेरित है। यह मुम्बई के रहने वाले और पेशे से वकील हैं। अफरोज ने ही मुम्बई शहर के वरसोवा बीच की सफाई अभियान चलाया। यह मुम्बई में मौजूद समुद्री किनारों से कचरा हटाने का कैंपेन चलाते हैं।
जावड़ेकर ने कहा कि पेड़ पौधे ही वायु प्रदूषण को परास्त करने के अचूक हथियार हैं। इन्हें अधिक से अधिक संख्या में लगाकर इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस दौरान जावड़ेकर ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा देश में सभी राजमार्गों के दोनों ओर 125 करोड़ पेड़ लगाने की घोषणा का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गडकरी की इस घोषणा का स्वागत करता हूं, वह जो निर्णय करते हैं उसे अमल में भी लाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इससे देश में सवा सौ करोड़ पेड़ लगने से पर्यावरण संरक्षण की सकारात्मक उम्मीद जगी है। जावड़ेकर ने कहा, ‘‘पर्यावरण की सुरक्षा और सुधार करना एक प्रमुख मुद्दा है, जो पूरी दुनिया में लोगों की भलाई और आर्थिक विकास को प्रभावित करता है।’’
पर्यावरण का संरक्षण करें, उसे प्रदूषण से बचाएंः एम वेंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को वायु प्रदूषण को आधुनिक जीवन शैली का अभिशाप बताते हुये देशवासियों से पर्यावरण संरक्षण की अपील की है। नायडू ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर अपने संदेश में कहा, ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आग्रह करता हूं कि पर्यावरण का संरक्षण करें, उसे प्रदूषण से बचाएं।
ప్రపంచ పర్యావరణ దినోత్సవ శుభాకాంక్షలు. వేగవంతమైన అభివృద్ధి పర్యావరణానికి కొత్త సవాళ్ళు విసురుతున్నాయి. పర్యావరణ కాలుష్యం విసురుతున్న పెనుసవాళ్ళను ఎదుర్కొనేందుకు చెట్లను పెంచడం, నీటిని పొదుపు చేయడం, ఇంధనాలను, రసాయనాలను, ప్లాస్టిక్ ను విచక్షణతో ఉపయోగించడమే మార్గం pic.twitter.com/aYTPue5tF8
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) June 5, 2019
वायु प्रदूषण हमारी आधुनिक जीवनशैली का अभिशाप है।’’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रकृति स्वयंभू है, सनातन है, शाश्वत है, मनुष्य स्वयं इस विहंगम प्रकृति का अंग है। प्रकृति सम्मत विकास ही मानव संस्कृति है। पर्यावरण और प्रकृति के ह्रास से सामाजिक विकृतियां जन्म लेती हैं।’’ उल्लेखनीय है कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘वायु प्रदूषण को परास्त करना’ है।