पानीपतः विपक्षी दलों की बैठक पर भाजपा और कांग्रेस में हमला जारी है। विपक्ष की बैठक पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पानीपत में कहा कि रंगमंच सज चुका है, नाटकमंडली एकत्रित हो चुकी है। कैसे उस मंच पर एकत्रित हो गए, जहां ममता बनर्जी कांग्रेस को कहती हैं बंगाल छोड़ दो, अखिलेश कहते हैं यूपी छोड़ दो, लालू-नीतीश कहते हैं बिहार छोड़ दो।
तो कांग्रेस क्या गठबंधन में कुर्सियां लगाने के लिए रह जाएगी? अनुराग ठाकुर ने कहा कि भ्रष्टाचार की जननी ही कांग्रेस है और बाकी सब पर गंभीर आरोप ही नहीं हैं, बल्कि वे लोग बेल पर बाहर हैं। मैं यही कहूंगा कि रंग मंच सज चुका है, नाटक मंडली तैयार हो चुकी है, मनोरंजन सबका होगा, भूमिकाएं बांध दी गई हैं।
जनता सबका चेहरा अच्छी तरह पहचानती है। 2024 में भी इनको घर पर ही बिठाएंगे फिर एक बार मोदी सरकार लाएंगे। छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। सभी दलों का अपना अस्तित्व है और सभी अलग-अलग समय पर अलग निर्णय लेते हैं। ये अनुराग ठाकुर बताएं कि इन्हीं दलों से जब BJP का भी गठबंधन हुआ और सरकार बनाई तब वे क्या थे?
सबसे बड़े ड्रामेबाज़ BJP के लोग हैं। अनुराग ठाकुर के ड्रामेबाज़ वाले बयान पर छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने जवाब दिया। भाजपा के लोग तो बहुत दावे करते हैं कि हमारे राज्य में कहीं सांप्रदायिकता नहीं होती। यहां 50 दिन से मणिपुर जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री को फुर्सत ही नहीं है कि वे समस्या के हल के लिए बातचीत करें।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘(बैठक में) केवल राहुल गांधी की शादी का प्रस्ताव पारित किया गया क्योंकि मम्मी जी नाराज हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को बताना चाहिए कि उनका नेता कौन होगा। ठाकुर ने विपक्षी दलों के नेताओं से अनुच्छेद 370 पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘क्या वे दोबारा अनुच्छेद 370 लागू करेंगे?
विपक्षी दलों की एकता के प्रयास को लेकर उन पर नये सिरे से हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कहा कि इन्हें देश को बताना चाहिए कि उनका नेता कौन होगा और यह ‘ठगबंधन’ ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगा। हरियाणा के पानीपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ठाकुर ने पटना में शुक्रवार को हुई एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों की बैठक का हवाला देते हुए यह कहा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने कहा, ‘‘भले वे एक मंच पर आए हों, लेकिन उनके दिल नहीं मिल पाये।’’ उन्होंने दावा किया कि बैठक की मेजबानी करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन दलों ने संयोजक के तौर पर स्वीकार नहीं किया। ठाकुर ने आरोप लगाया कि न तो उनका (बैठक में शामिल हुए लोगों का) न तो कोई नेता है और न ही उनके पास कोई नीति है तथा उनकी मंशा भी स्पष्ट नहीं है।
ठाकुर ने गत नौ साल में, केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और विश्वास जताया कि अगले लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा सरकार को केंद्र में दोबारा चुनेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को तय करना है कि उन्हें ‘‘भ्रष्ट लोगों की मंडली को चुनना है जो ‘ठगबंधन’ बना रहे हैं, या ईमानदार नेता को, जो देश की सेवा कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कल की बैठक मजाक से अधिक कुछ नहीं थी।
क्या वे जीएसटी (माल और सेवा कर) खत्म करेंगे? क्या वे ईमानदार सरकार देंगे?’’ उन्होंने विपक्षी एकता में नजर आई दरार का भी संदर्भ दिया और कहा कि (आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद) केजरीवाल उन्हें छोड़ कर चले गए।
ठाकुर ने चारा घोटाले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की आलोचना की और पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर ‘नौकरी देने के बदले पैसे लेने’ को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार ने नया रिकॉर्ड बनाया है। राज्य में 10-12 साल से 1,750 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा पुल दो बार गिरा।’’
ठाकुर ने कहा, ‘‘यह विपक्षी एकता भी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कुछ समय तक हरियाणा में जीजा जी का घोटाला था।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज पूरी दुनिया में केवल मोदी-मोदी ही गूंज रहा है।’’