बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ 12 फरवरी को होगी वोटिंग, आसन पर नहीं बैठेंगे चौधरी
By एस पी सिन्हा | Published: February 9, 2024 06:21 PM2024-02-09T18:21:58+5:302024-02-09T18:24:41+5:30
28 जनवरी को बिहार में नयी सरकार बनने के साथ ही विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भाजपा, जदयू और हम पार्टी के विधायकों ने विधानसभा के सचिव को सौंपा था।
पटना:बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने आखिरकार यह ऐलान कर दिया कि 12 फरवरी को ही उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। बता दें कि इसके पहले अवध बिहारी चौधरी कह रहे थे कि वह 21 फरवरी तक अपनी कुर्सी पर जमे रहेंगे। उल्लेखनीय है कि 28 जनवरी को बिहार में नयी सरकार बनने के साथ ही विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भाजपा, जदयू और हम पार्टी के विधायकों ने विधानसभा के सचिव को सौंपा था।
विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के मुताबिक अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने के 14 दिन बाद उस पर चर्चा होती है। अगर चर्चा के दौरान सदन में 38 विधायक खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन कर दें तो वोटिंग हो जाती है। इसके मुताबिक 12 फरवरी को 14 दिन पूरा हो रहा है। लेकिन 7 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने इसमें पेंच फंसा दिया।
उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें आज ही यह पता चला है कि अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। लिहाजा आज से 14 दिन बाद इस पर सदन में चर्चा होगी। अवध बिहारी चौधरी कह रहे थे कि 21 फरवरी के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में वोटिंग होगी। उनका कहना था कि नीतीश कुमार के विश्वासमत के दौरान वे ही अध्यक्ष की कुर्सी पर बने रहेंगे। उनके इस ऐलान के बाद बड़ा संवैधानिक संकट उत्पन्न होने की आशंका खड़ी हो गई थी। लेकिन, अब ये संकट टल गया है।
विधानसभा सचिवालय ने 12 फरवरी को सदन में होने वाले कामकाज की सूची जारी कर दी है। इसमें ये उल्लेख किया गया है कि उसी दिन विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी और अगर जरूरत पड़ी तो वोटिंग होगी। नीतीश कुमार के विश्वासमत से पहले ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग हो जायेगी।