केरल में क्रिसमस पर हिंसा : 163 प्रवासी श्रमिक गिरफ्तार
By भाषा | Published: December 27, 2021 09:04 PM2021-12-27T21:04:27+5:302021-12-27T21:04:27+5:30
कोच्चि(केरल), 27 दिसंबर केरल में एर्नाकुलम जिले के किझक्कम्बलम इलाके में क्रिसमस समारोह में हुई हिंसा के सिलसिले में काइटेक्स कपड़ा कंपनी के 163 श्रमिक गिरफ्तार किये गये ।
कंपनी के प्रबंध निदेशक ने दावा किया कि इस कदम का लक्ष्य उन्हें, उनके कारोबार एवं उनके राजनीतिक संगठन ट्वेंटी 20 को नुकसान पहुंचाना है।
पुलिस ने कहा कि इस घटना (हिंसा) के सिलसिले में 163 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा 76 को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया गया एवं यह प्रक्रिया अभी जारी है।
उसने कहा कि वह सभी की न्यायिक हिरासत की मांग करेगी।
इस हिंसा में क्षेत्र निरीक्षक (सीआई) समेत आठ पुलिसकर्मी घायल हो गये। उसके बाद, पुलिस ने अधिकारियों पर हमले एवं संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर दो मामले दर्ज किये तथा 163 लोगों को गिरफ्तार किया।
इस बीच काइटेक्स के प्रबंध निदेशक साबू जैकब ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि उनकी कंपनी के 164 प्रवासी श्रमिकों को इस घटना के बाद गिरफ्तार किया गया जबकि इस बात का कोई सबूत नहीं है जो यह बताए कि उनमें हिंसा के लिए कौन कौन जिम्मेदार हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके, उनकी कंपनी तथा टवेंटी 20 के प्रति राज्य सरकार की व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते इतनी बड़ी संख्या में उनके कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने अपील कि उन्हें और उनके कारोबार को नुकसान पहुंचाने की खातिर उनके गरीब कर्मचारियों को निशाना नहीं बनाया जाए और यदि सरकार चाहती है कि वह यहां अपनी कंपनी बंद कर लें और वह ऐसा करने को कहेगी तो वह बंद कर लेंगे।
शनिवार रात किझक्कम्बलम में पूर्वोत्तर भारत के प्रवासी श्रमिकों द्वारा मनाये जा रहे क्रिसमस समारोह ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें कई पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया और दो पुलिस जीप में तोड़फोड़ की गयी तथा एक जीप को आग के हवाले कर दिया गया था।
जैकब ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कंपनी द्वारा की गयी जांच के अनुसार बस केवल 23 आरोपी ही हैं।
उन्होंने कहा कि इन 23 में से 13 ही हिरासत में लिये गये 163 श्रमिकों का हिस्सा हैं तथा बाकी निर्दोष हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने 151 श्रमिकों को अवैध रूप से हिरासत में लिया है और यह उन्हें, उनके कारोबार एवं ट्वेंटी 20 पार्टी को नुकसान पहुंचाने के संगठित कदम का हिस्सा है क्योंकि ट्वेंटी 20 ने 2015 में किझक्कम्बलम के स्थानीय निकाय चुनाव में जीत हासिल की थी।
पुलिस ने दिन में कहा था कि उसने 50 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनकी संख्या शाम तक बढ़कर 163 हो गयी।
केरल के श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी ने कसारगोड़ में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक श्रम आयोग नियुक्त किया गया है और उसे यह पता करने का जिम्मा सौंपा गया है कि काइटेक्स द्वारा श्रम कानूनों का पालन किया जा रहा है या नहीं।
हालांकि मंत्री ने कहा कि इस कदम का कंपनी पर पिछले निरीक्षणों से कोई लेना-देना नहीं है जिसके बाद काइटेक्स ने केरल में 3500 करोड़ रूपये का अपना निवेश वापस ले लिया था।
जैकब ने सरकारी अधिकारियों पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए राज्य में 3500 करोड़ रूपये की निवेश परियोजना से हाथ पीछे खींच लिया था।
शिवनकुट्टी ने यह भी कहा कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि शनिवार रात को कानून व्यवस्था की स्थिति कैसे बदतर हो गयी और कैसे श्रमिकों ने अधिकारियों पर हमला करने एवं उनके वाहनों को फूंकने की हिम्ममत की।
जैकब ने दावा किया है कि जिन श्रमिकों ने पुलिस पर हमला किया है, वे संभवत: मादक पदार्थ के प्रभाव में थे , इसलिए वे नियंत्रण से बाहर चले गये।
उन्होंने पुलिस से इसबात की जांच करने की अपील की कि कैसे मादक पदार्थ इस क्षेत्र में लाया गया। उन्होंने मादक पदार्थ की तस्करी को क्षेत्र के लिए चिंता का बड़ा विषय बताया।
उन्होंने राज्य सरकार से 151 श्रमिकों को मुक्त करने की अपील करते हुए कहा कि वे बेगुनाह हैं एवं गरीब परिवार से हैं और अपनी अपनी रोजीरोटी कमाने आये थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए हिंसा के वीडियो में देखा जा सकता है कि बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस की गाड़ियां घेर रखी हैं, उनमें कुछ लोग गाड़ियों पर चढ़ रहे हैं, पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं, उन्हें लाठी-डंडों से पीट रहे हैं। जब पुलिसकर्मी थोड़ा पीछे हटे, तो श्रमिकों ने एक पुलिस वाहन में आग लगा दी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।