RTI के जरिए मांगा ग्राम पंचायत का रिकॉर्ड, लिफाफे में बंद कर याचिकाकर्ताओं को भेज दिए यूज्ड कंडोम
By रामदीप मिश्रा | Published: January 17, 2019 10:27 PM2019-01-17T22:27:24+5:302019-01-17T22:27:51+5:30
मामले को लेकर एसडीएम भद्र का कहना है मैंने घटना का संज्ञान लिया है। मामले की पूरी जांच की जाएगी। अगर कोई सरकारी कर्मचारी घटना में शामिल पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के ग्रामीणों को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत सूचना मांगी गई और उसके जवाब में विभाग की ओर से उन्हें डाक द्वारा इस्तेमाल किए हुए कंडोम भेजे गए। मामला सामने आने के बाद संबंधित विभाग में हड़कंप मच गया और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
दरअसल, छानी बाड़ी ग्राम पंचायत के रहने वाले मनोहर लाल और विकास चौधरी ने एक आरटीआई के जरिए ग्राम पंचायत का पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड मांगा। हालांकि उन्हें रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करवाया गया। इसकी शिकायत उन्होंने सूचना आयोग में की गई। आयोग मे मामले पर संज्ञान लेते हुए पंचायत को रिकॉर्ड उपलब्ध करवाने के लिए कहा।
याचिकाकर्ता मनोहर लाल और विकास चौधरी का कहना है कि जैसे ही उन्हें डाक द्वारा भेजे गए लिफाफे को खोला तो उनके होश उड़ गए। उन दोनों को लिफाफों से इस्तेमाल किए हुए कंडोम मिले। वहीं, मामले की शिकायत प्रशासन से की गई है, जिसके बाद जिले के एसडीएम ने संज्ञान लिया है।
#Rajasthan: Villagers Manohar Lal and Vikas Chaudhari say they received condoms in reply to their RTI application to Gram Panchayat Chhani Bari, Hanumangarh district, demanding record of development work done in the area in the last 5 years. pic.twitter.com/X6tOKOtEvB
— ANI (@ANI) January 17, 2019
मामले को लेकर एसडीएम भद्र का कहना है मैंने घटना का संज्ञान लिया है। मामले की पूरी जांच की जाएगी। अगर कोई सरकारी कर्मचारी घटना में शामिल पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
#Rajasthan: SDM Bhadra says, I have taken cognizance of the incident. The matter will be investigated thoroughly. If a govt employee is found involved in the incident, strict action will be taken. pic.twitter.com/wZLNoeJOoV
— ANI (@ANI) January 17, 2019
वहीं, इस मामले को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष देखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना पर ग्रामीणों के साथ पंचायत का भद्दा मजाक किया गया है।