उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, 'विकास के लिए नकारात्मकता छोड़ साथ आएं राज्य'
By एसके गुप्ता | Published: March 7, 2020 07:06 PM2020-03-07T19:06:35+5:302020-03-07T19:37:47+5:30
सरकार की ओर से चलाई जा रही स्वच्छ भारत, फिट इंडिया और बेटी बचाओ बेटी पढाओं जैसी योजनाओं जुडकर उन्हें व्यवहारिक बनाने में सहयोग करें।
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि नकारात्मकता छोड़कर हर राज्य को देश के विकास में भागीदार की भूमिका अदा करनी चाहिए। इससे देश प्रगति की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का विकास वहां के लोगों पर निर्भर करता है। इसलिए नागरिकों की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह संविधान के अनुरूप देश के विकास के लिए सजग और कर्तव्यनिष्ठ बनें।
सरकार की ओर से चलाई जा रही स्वच्छ भारत, फिट इंडिया और बेटी बचाओ बेटी पढाओं जैसी योजनाओं जुडकर उन्हें व्यवहारिक बनाने में सहयोग करें।
‘चेंज मेकर अवार्ड’समारोह' में शामिल हुए उपराष्ट्रपति
एचबीएल की ओर से आयोजित ‘चेंज मेकर अवार्ड’समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश में भगवान बुद्घ, आदि शंकराचार्य, स्वामी नारायण भगवान और स्वामी विवेकानंद जैसी विभूतियां हुई हैं। जिन्होंने समाज को नई राह दी।
उन्होंने कहा कि चेंक मेकर की भूमिका प्रोग्रेस से जुडी होती है जो यह तय करता है कि उसके दायरे में आने वाले आखिरी व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएं। उसे ही हम चेंज मेकर कहते हैं। हमारी सरकार देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्घ है।
सरकार ने बदलाव की दिशा में स्वच्छता भारत और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम चलाएं हैं। दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा से जोडने की दिशा में काम किया है। उन्होंने गेम चेंजर अवार्ड की आधा दर्जन श्रेणियों में करीब एक दर्जन लोगों को समाज को बदलने वाले प्रयासों के लिए पुरस्कृत किया गया।