उपराष्ट्रपति ने किसानों के लिए किफायती ऋण, उपज के बेहतर मूल्य पर जोर दिया
By भाषा | Updated: July 11, 2021 22:53 IST2021-07-11T22:53:37+5:302021-07-11T22:53:37+5:30

उपराष्ट्रपति ने किसानों के लिए किफायती ऋण, उपज के बेहतर मूल्य पर जोर दिया
नयी दिल्ली, 11 जुलाई उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कृषि उपज के लिए बेहतर मूल्य और किसानों को समय से तथा किफायती ऋण मुहैया कराए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि देश में कृषि को सतत रूप से कायम रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
उन्होंने वैश्विक खाद्य संकट के बारे में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसानों को समय से सहायता मुहैया करायी जाती है, तो भारत न केवल आत्मनिर्भर रहेगा बल्कि आने वाले समय में दुनिया का पेट भी भरेगा।
पिछले साल कोविड महामारी के कारण हुई भारी परेशानियों के बावजूद खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि के लिए किसानों की सराहना करते हुए नायडू ने कहा कि भंडारण क्षमता बढ़ाने, फसल परिवहन पर प्रतिबंध हटाने तथा कृषि को अधिक लाभकारी बनाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।
नायडू ने हैदराबाद में एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा, "किसानों को उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ लागत में कटौती पर ध्यान देने की जरूरत है। हमें पानी और बिजली जैसे अपने संसाधनों का अधिक विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने की भी जरूरत है।"
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उपराष्ट्रपति ने कहा कि गांव और कृषि एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और "हमें गांवों में 'ग्राम स्वराज्य' लाने के लिए उनके मुद्दों को समग्र रूप से हल करना चाहिए।" उन्होंने किसानों के लिए लाभकारी परिणाम सुनिश्चित करने के लिए मजबूत प्रयोगशाला-कृषि संपर्क बनाने का भी सुझाव दिया।
नायडू ने वैज्ञानिकों से जलवायु और सूखा प्रतिरोधी बीज विकसित करने का आह्वान किया। गांवों और शहरों के बीच बढ़ती खाई का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि गांवों को केवल "शहरों को भोजन की आपूर्ति करने वाले कारखानों" के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
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